आधार कार्ड और पासपोर्ट को लेकर आज से लागू हुई नई व्यवस्था

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नई दिल्ली: देशवासी के लिए एक खुशखबरी की बात है कि आज से आधार कार्ड और पासपोर्ट को लेकर एक नई व्यवस्था लागू हो गई है. आज से यानि 1 जून से कुछ नियम बदले है तो कुछ नए लागू हुए है.

अब से आधार नंबर नहीं देना होगा

आज से सरकार ने यह लागू किया है कि अब से किसी को भी अपने 12 अंकों का आधार नंबर किसी भी कामकाज में देने की जरूरत नहीं है. आपको इसके जगह एक वर्चुअल नंबर जनरेट किया जाएगा. जिसके तहत आप किसी भी प्रकार के सरकारी वैरीफिकेशन करा सकेंग. ऐसा इसलिए हुआ है ताकि आधार कार्ड की सेफ्टी को और मजबूत किया जा सकें. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने वर्चुअल आईडी (वीआईडी) बनाने के लिए बीटा संस्करण लांच कर दिया है.

national new rule made for aadhaar and passport know everything 1 news4social 1 -

क्या है वर्चुअल आईडी (वीआईडी)

वर्चुअल आईडी (वीआईडी) एक तरह का टेंपररी नंबर है. यह 16 अंकों का नंबर होता है. इसमें नागरिक की कुछ ही डिटेल्स उपलब्ध होगी. अब UIDAI यूजर्स को हर आधार का एक वर्चुअल आईडी तैयार करने का मौका देगा. इसे एक जून से जनरेट करना अनिवार्य है. आपको बता दें कि इस जनरेट करने के लिए आप UIDAI के पोर्टल में जाकर करवा सकते है. आधार होल्डर इस कई बार जनरेट कर सकते है. इसे सिर्फ UIDAI की वेबसाइट द्वारा ही जनरेट किया जा सकता है.

वहीं अगर बात करें पासपोर्ट कि तो विदेश मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक, आज से पासपोर्ट की बुकलेट के आखिरी पेज पर अब से पते की डिटेल्स नहीं दी जाएगी. इस जगह पर एक बारकोड दिया जायेगा जिसके माध्यम से अधिकारी स्कैन कर व्यक्ति की जानकारी जुटा सकेंगे. पर यह डिटेल्स पासपोर्ट के नई बुकलेट में मिलेगी. बता दें कि पते के प्रूफ के तौर पर इसका प्रयोग नहीं किया जाएगा.

UIDAI ने वर्चुअल आईडी की समय सीमा की आगे

UIDAI ने इसे लागू तो कर दिया पर इसकी समय सीमा को थोड़ा और बढ़ दिया है. यूआईडीएआई ने बैंक और दूरसंचार कंपनियों के लिए वर्चुअल आईडी प्रणाली लगाने की समय सीमा को एक माह और बढ़ दिया है. यूआइडीएआइ के सीईओ अजय भूषण पांडे ने कहा कि हम इस प्रणाली के लिए पूरी तरह से तैयार है. लेकिन एजेंसियों को नई प्रणाली अपनाने के लिए कुछ और समय चाहिए. जिस वजह से हमने उन्हें एक महीने का और समय दिया है.