Tikamgarh: फरियादी को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर पुलिसकर्मियों ने ली डिजिटल रिश्वत, वायरल हुआ स्क्रीनशॉट

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Tikamgarh: फरियादी को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर पुलिसकर्मियों ने ली डिजिटल रिश्वत, वायरल हुआ स्क्रीनशॉट


Tikamgarh: फरियादी को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर पुलिसकर्मियों ने ली डिजिटल रिश्वत, वायरल हुआ स्क्रीनशॉट

Digiral Bribe News: एमपी के टीकमगढ़ में पुलिसकर्मियों पर डिजिटल रिश्वत लेने का आरोप लगा है। फरियादी का कहना है कि कोतवाली थाने के पुलिसकर्मियों ने झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर उससे पैसे लिए। इसमें से कुछ रकम उसने डिजिटल भुगतान किया जिसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल है।

 

हाइलाइट्स

  • पुलिसकर्मियों पर डिजिटल रिश्वत लेने का आरोप
  • फरियादी को झूठे मामले में फंसाने की दी धमकी
  • डिजिटल रिश्वत लेने का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया में वायरल
टीकमगढ़: आजकल हर काम ऑनलाइन होते हैं। पढ़ाई से लेकर पेमेंट तक, लोग ऑनलाइन तरीका ही ज्यादा पसंद करते हैं। सरकार भी डिजिटल ट्रांजेक्शन को ही बढ़ावा दे रही है। जब हर जगह ऑनलाइन माध्यम का जोर है, तो रिश्वतखोरी भला कैसे पीछे रह सकती है। जी हां, अब रिश्वत लेना भी हाईटेक हो रहा है। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से हाईटेक रिश्वतखोरी का एक मामला सामने आया है। कोतवाली थाने में पदस्थ इनवेस्टिगेशन ऑफिसर और दो कॉन्स्टेबल ने फरियादी से डिजिटल रिश्वत ले लिया। इसका स्क्रीनशॉट सोसल मीडिया में वायरल हो रहा है।

शिकायत करने आए फरियादी को धमकी

जानकारी के मुताबिक टीकमगढ़ शहर के राजमहल निवासी रोहित साहू के साथ 2 लोगों ने मारपीट कर दी थी। इसकी फरियाद लेकर रोहित पुलिस कोतवाली टीकमगढ़ पहुंचा। कोतवाली में पदस्थ एएसआई राहत खान और दो कॉन्स्टेबल मनोज अहिरवार और अनिल पचौरी ने उल्टे फरियादी के साथ ही मारपीट कर दी। उन्होंने रोहित के सामने कट्टा रखकर उसकी फोटो ली ली और अवैध हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार करने की धमकी दी। घबराया रोहित पुलिसकर्मियों से मामला सुलझाने की मिन्नतें करने लगा।

30 हजार में बनी बात

रोहित का आरोप है कि काफी मान-मनौव्वल के बाद पुलिसकर्मी ₹30000 लेकर मामला सुलझाने को तैयार हो गए। कॉन्स्टेबल मनोज अहिरवार और अनिल पचौरी ने ₹20000 नगद और ₹10000 यूपीआई से लिए। डिजिटल तरीके से ली गई रिश्वत का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

अधिकारियों को खबर ही नहीं

टीकमगढ़ जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम ने कहा कि इस मामले में अगर कोई शिकायत करेगा तो निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पुलिस कोतवाली टीकमगढ़ के प्रभारी मनीष कुमार का कहना है कि वे कोर्ट के मामले में व्यस्त थे। उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। इस मामले में निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।

आरोपी का इनकार

आरोपी एएस आई राहत खान का कहना है कि उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर राजीनामा कराया था। उन्हें रिश्वत के बारे में कुछ पता नहीं है। उन्होंने इतना जरूर कहा कि वे कॉन्स्टेबल मनोज और अनिल को जानते हैं। उ न्होंने कहा कि जैसे ही इस मामले की उन्हें सूचना लगी तो नगर रक्षा समिति के सदस्य अतुल रैकवार को बुलाकर समझाइश दी।

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