BJP को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले आडवाणी का टिकट कटा, उनकी जगह अमित शाह चुनावी मैदान में

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आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कुल 184 उम्मीदवारों के नाम हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि इस लिस्ट में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के संसदीय क्षेत्र गांधीनगर से उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। उनकी जगह बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चुनावी मैदान में होंगे। शाह पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

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बीजेपी द्वारा जारी 184 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में आडवाणी का नाम न होने से ये साफ़ हो गया है कि BJP को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनकी सीट गांधी नगर से अमित शाह चुनावी हुंकार भरेंगे। लालकृष्ण आडवाणी गांधीनगर से लगातार 5 बार सांसद रहे हैं। वह इस सीट से 6 बार जीत हासिल कर चुके हैं। 91 साल के हो चुके आडवाणी बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल में हैं और ऐसे क़यास लगाए जा रहे थें कि पार्टी इस बार आडवाणी को टिकट न दे। बहरहाल, अब यह तय हो चुका है कि आडवाणी चुनाव नहीं लडेंगे। आडवाणी को अटल बिहारी वाजपेयी के साथ बीजेपी को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाला नेता माना जाता है।

5 चुनाव लगातार जीते

Adwani -


बीजेपी का गठन होने के बाद, जब 1984 के आम चुनाव में पार्टी की बुरे तरीक़े से हार हुई, उस वक़्त लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी ने जीत दर्ज की थी। बीजेपी 2 सीटों पर सिमट गई थी। आडवाणी ने लगातार 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 के चुनाव जीत हासिल की। हालांकि बाबरी केस की वजह से आडवाणी 1996 के चुनावी मैदान में नहीं उतर पाए थे। आडवाणी के नेतृत्व में बीजेपी ने 2004 व 2009 का आम चुनाव लड़ा, वह पार्टी को जीत न दिला सके। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की और केन्द्र की सत्ता पर काबिज़ हुई। 2014 के लोकसभा चुनाव मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की जीत के बाद, आडवाणी को पार्टी के मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया। केन्द्र की सियासत में उन्होंने गांधीनगर की सीट से पहली बार 1991 में चुनाव लड़ा था।