किसी भी देश के लिए ताकतवर बनने के लिए आर्थिक रुप से मजबूत होना तो जरुरी है लेकिन आर्थिक मजबूती के साथ-साथ उस देश को सैन्य तौर पर भी मजबूत होना चाहिए। सैन्य मजबूती के लिए दुनिया भर के देश अपनी सेनाओं पर अंधाधुंध पैसा खर्च करते है।
जानिए आख़िर कौन है वो देश जो दुनिया में अपनी सैन्य ताकत पर अरबों रुपए खर्च करते है।
अमेरिका
अमेरिका दुनिया में एकलौता देश है जो बाकी देशों के मुकाबले अपनी सैन्य ताकत पर सबसे अधिक खर्चा करता है। अमेरिका अपने रक्षा बजट पर 612 बिलियन डॉलर खर्च करता है। अमेरिका के पास अत्याधुनिक हथियारों के साथ-साथ 2,130 क्रूज मिसाइल, 450 बैलिस्टिक मिसाइल और 19 विमान वाहक है जो हवा से वार करने में सक्षम है। अमेरिका के पास दुनिया की सबसे बढ़ी जल सेना है।
चीन
चीन दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो आज के दौर में अमेरिका को भी चुनौती दे रहा है। चीन के पास दुनिया की सबसे ताक़तवर सेना है। चीन अपने रक्षा तंत्र को हर रोज मजबूत करने में लगा हुआ है। पिछले 10 सालों में चीन नें अपने रक्षा बजट को 10 गुना ज्यादा बढ़ा दिया है।
सऊदी अरब नें सैन्य शक्ति के रुप में रुस को पीछे छोड़ा
सीपरी की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब ने रक्षा बजट के मामले में रूस को पीछे छोड़ दिया है। तेल का उत्पादन करने वाला देश सऊदी अरब का कुल रक्षा बजट 87.2 बिलियन डॉलर है जो कि उसकी कुल जीडीपी का 13.2 फीसदी है। उसने पिछले वर्ष रक्षा ख़र्चो पर 69 अरब 40 करोड़ डालर ख़र्च किए। 2012-16 तक इसमें हथियारों का आयात पिछले पांच की तुलना में 212 फीसदी बढ़ गया था। साल 2016 में उसका रक्षा खर्च 30 फीसदी गिरावट के साथ 63.7 अरब डॉलर का रहा।
रुस नें अपने रक्षा बजट को कम किया है
पश्चिमी देशों के साथ तनाव झेल रहे रुस नें अपने सैन्य बजट में कटौती की है। दरअसल में रुस खराब आर्थिक हालात की वजह से आर्थिक रुप से कमजोर हुआ है। जिसकी वजह से रुस नें अपने रक्षा बजट को कम किया है।
भारत नें बढ़ाई अपनी सैन्य ताकत
चीन और पाकिस्तान से घिरे भारत अपने रक्षा बजट को लगातार बढ़ा रहा है। भारत रुस, अमेरिका और फ्रांस से हथियार खरीद कर अपनी सैना को मजबूत बनाने में लगा हुआ है। आज भारत दुनिया में सैन्य सामान का सबसे बड़ा खरीददार है। कहा जा रहा है की भारत आने वाले वक्त में भी अपनी जीडीपी का बड़ा हिस्सा सैन्य खरीद पर खर्च करेगा।