Taj Mahal: ताजमहल में बंदरों का आतंक, स्पेनिश महिला पर झुंड में किया हमला, 10 दिन में चौथी घटना

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Taj Mahal: ताजमहल में बंदरों का आतंक, स्पेनिश महिला पर झुंड में किया हमला, 10 दिन में चौथी घटना

Taj Mahal: ताजमहल में बंदरों का आतंक, स्पेनिश महिला पर झुंड में किया हमला, 10 दिन में चौथी घटना

आगरा: ताजमहल में बंदरों के झुंड ने हमला कर एक विदेशी महिला पर्यटक को घायल कर दिया। सोमवार सुबह घुमने आई महिला पर्यटक के पैर में बंदरों ने काट लिया। महिला स्पेन की रहने वाली थी। बंदरों ने उन्हें ताजमहल के भीतर घेर लिया था। इस घटना से आहत महिला और उसके साथ आए पर्यटक सीधे होटल के लिए रवाना हो गए। सीआईएसएफ और एएसआई के अधिकारी बंदरों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। जबकि ताजमहल से सरकार को करोड़ों का राजस्व मिल रहा है। हालात यह है कि ताजमहल आने वाले पर्यटक ताज की सुंदर छवि के साथ एक दाग भी साथ लेकर जा रह हैं।

सोमवार सुबह करीब 8.30 बजे अपने पुरुष मित्र के साथ आई थी। दोनों पर्यटक जैसे ही चमेली फर्श पर पहुंचे तभी महिला को बंदरों ने घेर लिया। महिला बंदरों से अपने आप को बचा नहीं सकी और न ही उसने भागने की कोशिश की थी। तभी बंदर ने उसके पैर पर काट लिया। काटने के बाद महिला पर्यटक जोर-जोर से रोने लगी। रोते बिलखते देख मौके पर मौजूद एक फोटोग्राफर ने प्राथमिक उपचार कर दिया। फोटोग्राफर ने महिला के पैर में कपड़े की पट्टी बांध दी। इसके बाद दोनों पर्यटक होटल के लिए रवाना हो गए।

बंदरों से बचाने के लिए लगे हैं सुरक्षाकर्मी
ताजमहल पर बंदरों के लगातार हमलों के चलते भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने चार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है। सुरक्षा एजेंसी सीआईएसएफ के चार जवान बंदरों को भगाने के लिए तैनात किए गए हैं। इन चारों के पास डंडा रहता है, लेकिन इसके बावजूद भी बंदरों से पर्यटकों को बचाया नहीं जा रहा है।

10 दिन में चौथी घटना
ताजमहल में बंदरों के हमले बढ़ रहे हैं। 11 सितंबर को तमिलनाडू के एक पर्यटक को बंदरों ने काट लिया था। इसके अगले दिन एक स्वीडन की महिला को भी बंदर ने हमला कर घायल कर दिया था। इसके बाद 14 सितंबर को दो विदेशी महिला को चमेली फर्श पर बैठे हुए घेर लिया। बमुश्किल पर्यटकों ने अपनी जान बचाई। एक बच्चे को भी बंदर ने पीठ पर काट कर घायल कर दिया था।

सीआईएसएफ ने कमिश्नर को लिखा था पत्र
ताजमहल में तैनात सीआईएसएफ के कमांडेंट ने कमिश्नर को पत्र लिखा था। उन्होंने बंदरों से निजात पाने के लिए आग्रह किया था। इससे पूर्व भी कई बार एएसआई और सीआईएसएफ लगातार नगर निगम एवं वन विभाग को बंदरों को पकडऩे के लिए पत्र लिख चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लगातार पर्यटक बंदरों के हमलों से घायल हो रहे हैं। पर्यटक ताजमहल के एक दागदार छवि अपने साथ ले जा रहे हैं।
रिपोर्ट – सुनील साकेत

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