त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 59 पर शनिवार को हो रही मतगणना में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। त्रिपुरा में सभी 59 सीटों के रुझान आ गए हैं। यहां भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन स्पष्ट बहुमत हासिल कर राज्य में पहली बार सरकार बनाने की ओर बढ़ रहा है। अब तक रुझानों में भाजपा ने 40 सीटों पर बढ़त बना रखी है, जबकि लेफ्ट सिर्फ 19 सीटों पर आगे चल रहा है। भाजपा की मौजूदगी इस राज्य में लगभग न के बराबर थी, मगर इन चुनावों में पार्टी ने अपने प्रदर्शन से राजनैतिक पंडितों को हैरान कर दिया है। भाजपा को पांच साल पहले विधानसभा चुनाव में लगभग 1.5 फीसदी वोट मिले थे।
राज्य में 18 फरवरी को चुनाव से एक सप्ताह पहले चारीलाम सीट से माकपा के उम्मीदवार के निधन के बाद इस सीट को छोड़कर बाकी 59 सीटों पर मतदान हुए थे। अभी तक सभी सीटों के अंतिम परिणाम नहीं आए हैं। यहां 18 फरवरी को चुनाव हुए थे। चारीलाम सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबर्मा के निधन की वजह से इस सीट पर 12 मार्च को मतदान होगा।