नई दिल्ली: एक स्वस्थ समाज के लिए अस्पताल होना काफी जरूरी है. एक बेहतरीन समाज का उदार तभी सुनिश्चित है जब उस समाज के लोग स्वस्थ हो. उत्तम चिकित्सा व्यवस्था उस समाज को आगे बढ़ाने में काफी अहम होती है. इस मामले में भारत देश आज भी किसी से कम नहीं है, भारत में कई ऐसे बड़े अस्पताल है जहां देश के ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग इलाज करवाने आते है. भारत के कुछ राज्य ऐसे भी है जहां पर चिकित्सा व्यवस्था काफी दुरुस्त है इनमें से एक राज्य है उत्तर प्रदेश. चाहे सरकारी अस्पताल हो या फिर प्राइवेट सबकी कोशिश बेहतर सुविधा देने की ही होती है.
तो चलिए जानते जानते है उत्तर प्रदेश के कुछ बेहतरीन चिकित्सालय के बारे में….
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और सुपर फैसिलिटी हॉस्पिटल, आजमगढ़
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और सुपर फैसिलिटी हॉस्पिटल सर्वोत्तम हॉस्पिटल्स में से एक है. यह अस्पताल, चक्रपुरपुर, आजमगढ़ में स्थित है. इस अस्पताल को 2008 में स्थापित किया गया था. अस्पताल को सिर्फ एक रोगी विभाग के साथ शुरू किया गया ताकी स्थानीय लोगों को इलाज में मदद मिल सकें. शुरुआत में सिर्फ 10 बेड्स के साथ शुरू किया गया आज 140 से भी अधिक बेड्स लगाए गए. पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, दंत चिकित्सा, ईएनटी, ऑर्थोपेडिक्स, गायनकोलॉजी, त्वचाविज्ञान आदि जैसी इलाजों की सुविधाएं मरीजों को दी जा रही है. साल 2008 में, अस्पताल में राज्य की सर्वश्रेष्ठ फिजियोथेरेपी इकाइयों में से एक की स्थापना की गई थी.
स्टेट आयुर्वेदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल, लखनऊ
ये अस्पताल उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर का सबसे बेस्ट सरकारी अस्पताल है. ये लखनऊ में अब तक का सबसे पुराना हॉस्पिटल है. इस अस्पताल को 1948 में स्थापित किया गया था. इस अस्पताल में मरीजों को आयुर्वेद की पर्याप्त सुविधा मिलती है. इस अस्पताल में सुसज्जित फिजियोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, पैथोलॉजी और फार्मास्युटिकल लेबोरेटरी है. यहां पर निजी वार्ड की भी सुविधा उपलब्ध है. 250 बिस्तरों के साथ, कॉलेज और अस्पताल में लगभग 250 दवा संयंत्रों के साथ एक विशाल परिसर है.
कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल, इलाहाबाद
कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल उत्तर प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ सरकारी अस्पतालों में से एक है. यह एक गौर-लाभकारी सरकारी अस्पताल है. इस अस्पताल की उत्पत्ति 1931 में श्रीमती कमला नेहरु द्वारा की गई थी. शुरुआत में इस अस्पताल में डॉक्टरों और अन्य पैरामेडिकल कर्मचारियों द्वारा संचालित इनडोर और आउटडोर दोनों सुविधाएं थीं. यह एक क्षेत्रीय कैंसर केंद्र भी है. जो निःस्वार्थ सेवाओं की आवश्यकता में अनगिनत लोगों की जरूरतों को पूरा करता है. न्यूरो-आर्थो ट्रामा के 21 बेड के वार्ड है. अस्पताल में 320 कर्मचारी हैं. इस अस्पताल में 380 से भी अधिक बेड्स है. अब कैंसर मरीजों को रेडिएशन थेरेपी के लिए दिल्ली और मुंबई के लिए नहीं भागना पड़ेगा क्योंकि इसके लिए हॉस्पिटल में लीनियर एक्सीलेटर मशीन लगाई गई है.
ईएसआईसी अस्पताल (ESIC), नॉएडा
नोएडा में केंद्र सरकार द्वारा स्थापित ईएसआईसी अस्पताल सबसे अच्छा और सबसे प्रसिद्ध हॉस्पिटल्स में से एक है. इस अस्पताल में इंडोर उपचार प्रदान करवाया जाता है और 300 बेड्स है. यहां पर 17 लेबर रूम्स और 8 रिकवरी बेड्स है. इस अस्पताल में मरीजों को पैथोलॉजी, सर्जरी, पेडियेट्रिक, स्किन, ओर्थपेडीक समेत कई चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है.
सर सुन्दरलाल अस्पताल (बीएचयू), वाराणसी
ये अस्पताल वाराणसी में सबसे पुराना अस्पताल है. यह आयुर्वेद और आधुनिक औषधीय दोनों सेवाएं प्रदान करता है. यह अस्पताल बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित है. इस चिकित्सालय में ट्रामा सेंटर भी है. ये अस्पताल पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार, आस-पास के सांसद, छत्तीसगढ़ और झारखंड के साथ-साथ पड़ोसी देश, नेपाल की लगभग 20 करोड़ आबादी की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करता है. यह अस्पताल मुख्य रूप से नर्सिंग, दवा और पैरामेडिक्स के विभिन्न विषयों पर विभिन्न कोर्स भी करवाता है. इस अस्पताल में मरीजों के लिए चिकित्सा को लेकर काफी सुविधा प्रदान की जाती है.
बलरामपुर सिटी हॉस्पिटल, लखनऊ
अस्पताल सभी प्रकार के चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं से लैस है. यहां पर मरीजों के साथ डॉक्टर बीमारी को लेकर चिकित्सा परामर्श भी करते है. यह पर मरीजों को देखने के लिए ओपीडी की सुविधा भी है. बलरामपुर चिकित्सालय में 756 बेड हैं.