Syrian Family: इटली पहुंचा सीरिया का शरणार्थी परिवार, पिता और बेटे की अवॉर्ड विनिंग फोटो देख रो पड़े थे लोग

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Syrian Family: इटली पहुंचा सीरिया का शरणार्थी परिवार, पिता और बेटे की अवॉर्ड विनिंग फोटो देख रो पड़े थे लोग

रोम : कुछ महीनों पहले एक मार्मिक तस्वीर को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया गया था। यह अवॉर्ड विनिंग तस्वीर सीरिया में बम धमाके में एक पैर खोने वाले व्यक्ति की थी, जो एक पैर के सहारे अपने बेटे को हवा में उठाए हुए था। उसका बच्चा एक बीमारी के चलते बिना अंगों के पैदा हुआ था। यह तस्वीर पिछले साल तुर्की में खींची गई थी। शुक्रवार को मुंजिर एल नेजेल और उनका बेटा मुस्तफा परिवार सहित इटली पहुंच गए।

सिएना इंटरनेशनल फोटो अवार्ड्स के आयोजकों के अथक प्रयासों के बाद उन्हें तुर्की से इटली लाया गया, जहां वे सीरिया से भागकर गए थे। 6 साल के मुस्तफा ने इटली के लिए फ्लाइट पर चढ़ने से पहले लंबी मुस्कुराहट के साथ कहा, ‘हम आ रहे हैं, शुक्रिया’। मुस्तफा और उसके परिवार, उनकी मां एल नेजेल और 1 व 4 साल की दो छोटीं बहनों ने एक वीडियो संदेश रेकॉर्ड किया और कहा, ‘हम इटालिया से प्यार करते हैं।’ सभी अंकारा से इटली के लिए विमान पर सवार हुए।
इस फोटो को देखकर भूल जाएंगे अपना दर्द, दहशत को आइना दिखाती एक बच्चे और पिता की मुस्कान
‘हार्डशिप ऑफ लाइफ’
मुस्तफा और उनके पिता की तस्वीर जनवरी 2021 में तुर्की के फोटोग्राफर मेहमत असलान ने खींची थी, जिसमें दोनों प्यार भरी मुस्कार के साथ नजर आ रहे थे। मेहमत ने फोटो को ‘हार्डशिप ऑफ लाइफ’ कहा था। फोटो को पिछले साल सिएना अवार्ड्स में फोटो ऑफ द ईयर घोषित किया गया था। मेहमत ने सीरिया-तुर्की सीमा पर हैटे प्रांत के रेहानली में शरणार्थी बच्चे और उसके पिता की तस्वीर खींची थी।

कैसे विकलांग हुए पिता और बेटा
सीरिया के एक बाजार में हुए बम विस्फोट में पिता ने अपना पैर गंवा दिया था। सीरिया में युद्ध के दौरान छोड़ी गई नर्व गैस ने बच्चे की मां बीमार हो गई थी। इस दौरान उन्होंने जो दवाइयां लीं वह बच्चे के जन्मजात विकार का कारण बन गईं और उसका जन्म बिना शरीर के निचले हिस्से के हुआ। ट्विटर पर यह तस्वीर और कहानी लिंज़ी बिलिंग ने शेयर की थी। लिंज़ी एक फोटोग्राफर और खोजी पत्रकार हैं।

फोटो देखकर लोग भूले अपनी तकलीफें
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘यह तस्वीर देखकर एक दोस्त ने सुबह कहा कि अगर मैं कभी भी फिर से किसी भी चीज के बारे में शिकायत करता हूं तो मेरे चेहरे पर जोर से मुक्का मारना।’ फोटो को देखकर लोगों का भी इसी तरह का रिएक्शन था। एक यूजर ने लिखा, ‘वर्तमान में मैं एक बुरे दौर से गुजर रहा हूं लेकिन इस फोटो को देखने के बाद मैं अपनी परिस्थिति के बारे में शिकायत नहीं कर करूंगा। कभी भी नहीं।’

2014 में थी मरने वालों की संख्या 1,91,369
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय लंबे समय से सीरिया में मानवाधिकारों से संबंधित स्थिति की वास्तविक जानकारी मिलने में कठिनाइयां होने की बात कहता रहा है और इसने 2014 के शुरू में सीरिया में युद्ध की वजह से मरने वालों की संख्या को अपडेट करना बंद कर दिया था। उस समय मृतकों की संख्या 1,91,369 थी।



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