बिहार के मुज़फ्फरपुर में पिछले कुछ दिनों से चमकी बुखार के कारण मासूम बच्चों की मौतें हो रही हैं। इस बीच बच्चों की मौत पर सियासी पारा चढ़ा हुआ दिखाई दे रहा है। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चमकी बुखार से हो रही मौतों को विचलित करने वाली बताया। उन्होंने कहा, ‘’अत्यधिक गर्मी, लू और चमकी बुखार से बड़ी संख्या में बच्चों-बुज़ुर्गों की मृत्यु हर संवेदनशील व्यक्ति को विचलित करने वाली है’’।
वहीं, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने चमकी बुखार से हुई मौतों पर राज्य व केन्द्र की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, इस मामले पर सरकार ने ग़ैर-ज़िम्मेदारा रवैया अपनाया है। लचर व भ्रष्ट व्यवस्था व स्वास्थ्य मंत्री के ग़ैर-ज़िम्मेदारा व्यवहार से ग़रीबों के 1000 से ज़्यादा बच्चों की चमकी बुखार के बहाने हत्या की गई है।
चमकी बुखार वाले मामले पर भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा, ‘’मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को पद से हटाकर खुद स्वास्थ्य विभाग की ज़िम्मेदारी संभालें। हर दिन लू व चमकी बुखार से मरने वालों के लिए पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी सिस्टम दुरुस्त करें, जो पिछले कुछ वर्षों में ध्वस्त हो गया है’’। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुज़फ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण हुई मौतों के लिए राज्य की नीतीश सरकार व केन्द्र की मोदी सरकार को दोषी ठहराया। कांग्रेस व राजद ने इन मौतों के लिए सरकार को ज़िम्मेदार बताया।