Student Union Election- छात्रनेता कर रहे आयु सीमा में छूट दिए जाने की मांग | Student Union Election- Student leaders are demanding relaxation in ag | Patrika News
। राजस्थान विवि से छात्रसंघ चुनाव लडऩे का सपना पाले कई छात्र नेता अधिकतम आयु सीमा को पार कर चुके हैं और अब विवि प्रशासन और कोर्ट से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें आयु सीमा में अधिकतम दो साल की छूट दी जानी चाहिए।
जयपुर
Published: August 05, 2022 01:32:24 am
छात्रसंघ चुनाव
छात्रनेता कर रहे आयु सीमा में छूट दिए जाने की मांग
कुलपति को दिया था ज्ञापन, अब ले रहे कोर्ट का सहारा Rakhi Hajela
कोविड के कारण दो साल चुनाव नहीं हो पाने का खामियाजा अब छात्रनेताओं को उठाना पड़ रहा है। राजस्थान विवि से छात्रसंघ चुनाव लडऩे का सपना पाले कई छात्र नेता अधिकतम आयु सीमा को पार कर चुके हैं और अब विवि प्रशासन और कोर्ट से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें आयु सीमा में अधिकतम दो साल की छूट दी जानी चाहिए।
कोर्ट पहुंचा मामला
छात्रसंघ चुनाव में उम्मीदवारों को आयुसीमा में दो साल की छूट दिए जाने की गुहार को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई । छात्र संजय चेची ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा कि बीते दो साल से कोविड के कारण चुनाव नहीं हुए। ऐसे में चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए तय अधिकतम आयुसीमा में दो साल की छूट दी जानी चाहिए। छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर अधिकतम 25 वर्ष आयु वाले छात्र ही नामांकन दाखिल कर सकते हैं। वह इतिहास विभाग का नियमित छात्र है और उसकी आयु 26 वर्ष हो गई है। ऐसे में वह चुनाव में शामिल नहीं हो सकता है।यदि 2021-22 में चुनाव हुए होते तो वह चुनाव लड़ पाता। इसके अलावा राज्य सरकार ने भी सरकारी नौकरियों के लिए आयु सीमा में दो साल बढ़ा दिए हैं। याचिकाकर्ता ने इस संबंध में पहले कुलपति और राज्य सरकार को ज्ञापन दिया था, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं होने पर उसने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
फिर से कोर्ट का रुख
पिछले कई सालों से छात्रसंघ चुनावों की तैयारी कर रहे ईएएफएम विभाग के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष धर्मबीर सिंह लाम्बा जो कोविड के दौरान चुनाव सम्पन्न नहीं हो पाने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाए। वह भी कोर्ट का रुख कर चुके हैं। जानकारी के मुताबिक वह वर्ष 2020 मेे ही कोर्ट जा चुके हैं और न्यायालय से आयु सीमा में छूट प्राप्त कर चुनाव लडऩे की अनुमति का प्रयास कर रहे थे, हालांकि उस समय कोर्ट ने उनके हक में फैसला नहीं दिया और निर्णय दिया गया कि हाल ही में छात्रसंघ सम्पन्न नहीं हो पा रहे जिसकी वजह से इस पर फ़ैसला नहीं दिया जा सकता लेकिन अब छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित हो चुकी है और अधिसूचना जारी हो गई है जो धर्मबीर ने एक बार फिर से कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने अधिसूचना सहित रिट दायर की है ताकि आगामी छात्रसंघ चुनाव में आयु सीमा पार हो जाने की वजह से चुनाव में पर्याप्त छूट दी जाए। गौरतलब है कि इन दोनों ही छात्रनेताओं ने आयु सीमा में छूट दिए जाने की मांग पहले विवि प्रशासन से की थी जब वहां से उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला तो दोनों ने ही कोर्ट का रुख किया।
नौकरी में दो साल की छूट तो चुनाव में क्यों नहीं
गौरतलब है कि कोविड के कारण दो साल तक विभिन्न भर्ती परीक्षाएं नहीं हो पाने के मद्देनजर सरकार ने आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्मीदवारों को उम्र में दो साल की छूट देने की घोषणा की है। गहलोत ने इसे लेकर पिछले दिनों ट्विट किया था कि कोरोना के कारण दो वर्षों तक नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो सकीं, इसलिए आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को ऊपरी उम्र सीमा में दो वर्षों की छूट दी जाएगी।
विवि में सिर्फ यह दो ही ऐसे छात्रनेता नहीं है जो ओवरएज हुए है, कई अन्य छात्र नेता भी ऐसे हैं जो ओवरएज होने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इनमें से कई छात्रनेता को कुछ माह आयु अधिक होने के कारण चुनाव में नहीं खड़े हो पा रहे।
Student Union Election- छात्रनेता कर रहे आयु सीमा में छूट दिए जाने की मांग
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। राजस्थान विवि से छात्रसंघ चुनाव लडऩे का सपना पाले कई छात्र नेता अधिकतम आयु सीमा को पार कर चुके हैं और अब विवि प्रशासन और कोर्ट से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें आयु सीमा में अधिकतम दो साल की छूट दी जानी चाहिए।
जयपुर
Published: August 05, 2022 01:32:24 am
छात्रसंघ चुनाव
छात्रनेता कर रहे आयु सीमा में छूट दिए जाने की मांग
कुलपति को दिया था ज्ञापन, अब ले रहे कोर्ट का सहारा Rakhi Hajela
कोविड के कारण दो साल चुनाव नहीं हो पाने का खामियाजा अब छात्रनेताओं को उठाना पड़ रहा है। राजस्थान विवि से छात्रसंघ चुनाव लडऩे का सपना पाले कई छात्र नेता अधिकतम आयु सीमा को पार कर चुके हैं और अब विवि प्रशासन और कोर्ट से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें आयु सीमा में अधिकतम दो साल की छूट दी जानी चाहिए।
कोर्ट पहुंचा मामला
छात्रसंघ चुनाव में उम्मीदवारों को आयुसीमा में दो साल की छूट दिए जाने की गुहार को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई । छात्र संजय चेची ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा कि बीते दो साल से कोविड के कारण चुनाव नहीं हुए। ऐसे में चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए तय अधिकतम आयुसीमा में दो साल की छूट दी जानी चाहिए। छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर अधिकतम 25 वर्ष आयु वाले छात्र ही नामांकन दाखिल कर सकते हैं। वह इतिहास विभाग का नियमित छात्र है और उसकी आयु 26 वर्ष हो गई है। ऐसे में वह चुनाव में शामिल नहीं हो सकता है।यदि 2021-22 में चुनाव हुए होते तो वह चुनाव लड़ पाता। इसके अलावा राज्य सरकार ने भी सरकारी नौकरियों के लिए आयु सीमा में दो साल बढ़ा दिए हैं। याचिकाकर्ता ने इस संबंध में पहले कुलपति और राज्य सरकार को ज्ञापन दिया था, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं होने पर उसने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
फिर से कोर्ट का रुख
पिछले कई सालों से छात्रसंघ चुनावों की तैयारी कर रहे ईएएफएम विभाग के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष धर्मबीर सिंह लाम्बा जो कोविड के दौरान चुनाव सम्पन्न नहीं हो पाने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाए। वह भी कोर्ट का रुख कर चुके हैं। जानकारी के मुताबिक वह वर्ष 2020 मेे ही कोर्ट जा चुके हैं और न्यायालय से आयु सीमा में छूट प्राप्त कर चुनाव लडऩे की अनुमति का प्रयास कर रहे थे, हालांकि उस समय कोर्ट ने उनके हक में फैसला नहीं दिया और निर्णय दिया गया कि हाल ही में छात्रसंघ सम्पन्न नहीं हो पा रहे जिसकी वजह से इस पर फ़ैसला नहीं दिया जा सकता लेकिन अब छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित हो चुकी है और अधिसूचना जारी हो गई है जो धर्मबीर ने एक बार फिर से कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने अधिसूचना सहित रिट दायर की है ताकि आगामी छात्रसंघ चुनाव में आयु सीमा पार हो जाने की वजह से चुनाव में पर्याप्त छूट दी जाए। गौरतलब है कि इन दोनों ही छात्रनेताओं ने आयु सीमा में छूट दिए जाने की मांग पहले विवि प्रशासन से की थी जब वहां से उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला तो दोनों ने ही कोर्ट का रुख किया।
नौकरी में दो साल की छूट तो चुनाव में क्यों नहीं
गौरतलब है कि कोविड के कारण दो साल तक विभिन्न भर्ती परीक्षाएं नहीं हो पाने के मद्देनजर सरकार ने आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्मीदवारों को उम्र में दो साल की छूट देने की घोषणा की है। गहलोत ने इसे लेकर पिछले दिनों ट्विट किया था कि कोरोना के कारण दो वर्षों तक नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो सकीं, इसलिए आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को ऊपरी उम्र सीमा में दो वर्षों की छूट दी जाएगी।
विवि में सिर्फ यह दो ही ऐसे छात्रनेता नहीं है जो ओवरएज हुए है, कई अन्य छात्र नेता भी ऐसे हैं जो ओवरएज होने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इनमें से कई छात्रनेता को कुछ माह आयु अधिक होने के कारण चुनाव में नहीं खड़े हो पा रहे।
Student Union Election- छात्रनेता कर रहे आयु सीमा में छूट दिए जाने की मांग
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