South China Sea में चरम पर तनाव: नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे का ऐलान, चीन ने US को फिर दी खुली धमकी, मत कहना नहीं दी थी चेतावनी | Tension at peak in South China Sea: Announcement of Nancy Pelosi | Patrika News

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South China Sea में चरम पर तनाव: नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे का ऐलान, चीन ने US को फिर दी खुली धमकी, मत कहना नहीं दी थी चेतावनी | Tension at peak in South China Sea: Announcement of Nancy Pelosi | Patrika News

South China Sea में चरम पर तनाव: नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे का ऐलान, चीन ने US को फिर दी खुली धमकी, मत कहना नहीं दी थी चेतावनी | Tension at peak in South China Sea: Announcement of Nancy Pelosi | Patrika News

चीन ने जारी किया वीडियो संदेश व्‍हाइट प्रवक्‍ता ने कहा है कि नैंसी को पूरा हक है कि वो एक आजाद राष्‍ट्र ताइवान की यात्रा करें। ऐसे में चीन का कोई भी गलत कदम उसको मुश्किल में डाल सकता है। वहीं चीन ने अपने सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म पर नैंसी और अमरीका को धमकाने के लिए एक वीडियो पोस्‍ट किया है। इस वीडियो में चीन के युद्धपोत जिनमें गाइडेड मिसाइन डिस्‍ट्रोयर दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में एक संदेश भी दिया गया है। इसमें लिखा है कि चीन किसी भी घुसपैठिये की दफ्न करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

अमरीका और चीन आमने-सामने यूक्रेन युद्ध के बीच एक नया तनाव का मोर्चा दुनिया में तैयार हो रहा है। यह तनाव अगर सामने आया तो किसी भी अब तक दुनिया में हुए टकरावों पर भारी पड़ सकता है। जी हां, ताइवान को लेकर एक नए पैटर्न की राजनीति करवट लेती दिख रही है क्योंकि इस पर अमरीका और चीन एक बार फिर आमने-सामने आते दिख रहे हैं। अमरीकी संसद के सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी मंगलवार को ताइवान की यात्रा पर जा रही हैं। इस पर चीन भड़का हुआ है। उसने कहा कि अगर वो ताइवान जाती हैं तो चीनी सेना चुप नहीं बैठेगी। चीन ने घुड़की के लहजे में बताया कि फिर मत कहना कि चेतावनी नहीं दी थी। उधर चीन की धमकी पर अमरीका का भी बयान सामने आया है।

चीन की तरफ से अमरीका को दी गई धमकी!
दरअसल, चीन की धमकियों के बावजूद नैन्सी पेलोसी अधिकारियों के साथ ताइवान यात्रा पर जाएंगी। पेलोसी चार एशियाई देशों की यात्रा कर रही हैं, सबसे पहले वह सिंगापुर पहुंचीं हैं। इसके बाद ताइवान की संभावित यात्रा पर तिलमिलाए चीन ने अमरीका को चेतावनी दी है। इसके बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि चीन अमरीका को फिर से चेतावनी देना चाहता है कि अगर पेलोसी ताइवान गईं तो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी खाली नहीं बैठेगी।

‘गंभीर राजनीतिक प्रभाव का कारण बनेगी यह यात्रा’
चीन के आधिकारिक बयान में यह भी कहा गया कि चीन निश्चित रूप से अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ और मजबूत भरा जवाबी कदम उठाएगा। अमरीका को एक-चीन सिद्धांत और यूएस-सिनो विज्ञप्ति पर अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के वादे का पालन करना चाहिए। यह भी कहा गया कि अमरीकी सरकार में तीसरी नंबर की अधिकारी’ के रूप में पेलोसी की ताइवान की यात्रा ‘गंभीर राजनीतिक प्रभाव का कारण बनेगी।

फिर US ने किया पलटवार- तनाव बढ़ाने में दिलचस्पी नहीं
उधर अमरीका की तरफ से चीन के इस बयान पर प्रतिक्रिया भी सामने आई है। व्हाइट हाउस ने सोमवार को स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ‘ताइवान की यात्रा’ पर चीन की बयानबाजी की निंदा की है। बयान में कहा गया कि अमरीका को बीजिंग के साथ तनाव बढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा समन्वयक जॉन किर्बी ने भी इस बाबत एक बयान दिया है और कहा है कि यह यात्रा अध्यक्ष पर निर्भर है। हम उनकी यात्रा के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे लेकिन अध्यक्ष को ताइवान जाने का अधिकार है।

यात्रा के मद्देनजर अमरीकी सेना भी तैयार!
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी ‘एक चीन नीति’ के बारे में कुछ भी नहीं बदला है जो ताइवान संबंधी अधिनियम द्वारा निर्देशित है। हम ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में चीन भड़काऊ बयानबाजी और दुष्प्रचार का इस्तेमाल करेगा। उधर यूएस ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने मीडिया से कहा था कि अगर पेलोसी ताइवान जाती हैं और वहां पर उनको किसी भी प्रकार की सैन्य सहायता की जरूरत पड़ती है तो हम वो करेंगे।

आज 2 अगस्त की शाम को ताइवान पहुंच सकती हैं पेलोसी
इसी बीच जापानी मीडिया ने दावा किया है कि अमरीकी सेना पेलोसी के विमान के लिए एक बफर जोन बना रही है। अमरीकी नौसेना अपने एयरक्राफ्ट कैरियर और विशाल प्‍लेन को ताइवान की सीमा के पास तैनात कर रही है। वहीं ताइवान की मीडिया ने दावा किया है कि नैंसी पेलोसी मंगलवार की शाम को राजधानी ताइपे पहुंच सकती हैं।

जिनपिंग ने बाइडेन से भी की थी बात
मालूम हो इस पूरे मामले पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने अमरीकी समकक्ष जो बाइडन के साथ टेलीफोन पर की गई वार्ता में ताइवान के मामले में हस्तक्षेप करने के खिलाफ चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि ‘आग से खेलने वाला अंतत: खुद उससे जल जाता है।’ चीन को लगता है कि ताइवान के साथ आधिकारिक अमरीकी संपर्क उसकी दशकों पुरानी उस नीति के खिलाफ ताइवान को उकसाता है, जिसके तहत वह उसे वास्तविक, स्वतंत्र और स्थायी क्षेत्र मानता है।

मिनटों में वीबो के वीडियो देख चुके 42 लाख लोग बता दें अमरीका ने कुछ मिनट पहले सोशल मीडिया Sina Weibo साइट पर जो वीडियो डाला है उसको अब तक 42 लाख से अधिक लोग देख भी चुके हैं। इसके साथ ही चीन ने अपनी धमकी को एक बार फिर दोहराया है कि अमेरिका नैंसी का दौरा रद कर दे, नहीं तो ये अच्‍छा नहीं होगा। चीन के सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म Sina Weibo पर ये काफी हिट साबित हो रहा है। आपको बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच नैंसी के ताइवान दौरे को लेकर तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है।

चीन ने साउथ चाइना सी में शुरू कर दिया है वार एक्सरसाइज ये ऐसे समय में हो रहा है जब चीन अपने ईस्‍टर्न थियेटर कमान के 95 वर्ष पूरे होने पर वर्षगांठ मना रहा है। यही नहीं चीन इन दिनों साउथ चाइना सी में वार एक्सरसाइज कर रहा है और उसने 5 अगस्त तक साउथ चाइना सी को उड़ानों के लिए प्रतिबंधित कर रखा है।

अब चीन के पाले में गेंद
अमेरिका ने नैंसी के ताइवान दौरे का ऐलान कर अब गेंद चीन के पाले में फेंक दी है। आपको बता दें कि जब नैंसी के एशिया दौरे का ऐलान किया गया था उस वक्‍त ताइवान का जिक्र नहीं किया गया था। तभी ये माना जा रहा था कि अमेरिका चीन की धमकी से चुप बैठने वाला नहीं है। तभी इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि नैंसी मलेशिया से पहले या उसके बाद अचानक ही ताइवान पहुंचेंगी। अब वही हो भी रहा है।

ताइवान को दिया जाएगा संदेश वहीं दूसरी तरफ अमेरिका ने नैंसी के ताइवान दौरे को केवल एक मुलाकात भर तक सीमित नहीं रखा है बल्कि इसके कई बड़े मायने हैं। इसका सबसे बड़ा अर्थ तो यही है कि ताइवान को लेकर चीन को ये सीधा संदेश पहुंच जाए कि वो उसके साथ हर तरह से है। अमेरिका ये भी दिखाना चाहता है कि यदि चीन ने ताइवान पर कोई हमला किया तो इसे उस पर हमला मानते हुए इसका जवाब दिया जाएगा।

अमरीकी जंगी पोत अलर्ट पर अमेरिका नैंसी के इस दौरे पर ठीक वैसे ही आगे बढ़ रहा है जैसा कि उसने पूर्व में कहा था। इस क्षेत्र में उसके एयरक्राफ्ट केरियर और सभी जंगी पोत पूरी तरह से हाई अलर्ट पर हैं। अमेरिका 24 घंटे अपनी सेटेलाइट से चीन की नौसेना और वायु सेना की मूवमेंट को वाच भी कर रहा है।

चीन धमकी तक रहेगा सीमित जानकारों का मानना है कि चीन इस मामले में घुड़की से आगे नहीं बढ़ेगा। यही नहीं, नैंसी के ताइवान दौरे के मौके पर चीन की तरफ से हर रोज ताइवान के हवाई क्षेत्र का अतिक्रमण करने की भी घटना आज नहीं होगी। इस तरह की कोई भी घटना चीन और इस पूरे क्षेत्र को मुश्किल में डाल देगी। यहां पर अमेरिका ने जो दांव खेला है उसमें चीन का चारों खाने चित होना तय है। लेकिन पूरी दुनिया की नजर इस घटनाक्रम पर बनी हुई है।



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