‘आश्रम और मंदिरों में रोजा-इफ्तार मंजूर नहीं, ऐसा हुआ तो दरगाह-मस्जिदों में रामधुनि करेंगे’

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Rajasthan : ‘आश्रम और मंदिरों में रोजा-इफ्तार मंजूर नहीं, ऐसा हुआ तो दरगाह-मस्जिदों में रामधुनि करेंगे’

Rajasthan : ‘आश्रम और मंदिरों में रोजा-इफ्तार मंजूर नहीं, ऐसा हुआ तो दरगाह-मस्जिदों में रामधुनि करेंगे’

अजमेर : सनातन आश्रमों और मंदिरों में नियमित पूजा-अर्चना और सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा रोजा-इफ्तार के आयोजन को स्वीकार नहीं किया जाएगा। अगर ऐसा किया जाता है तो वो दरगाह और मस्जिदों में रामधुनि करेंगे। ये कहना है महामंडलेश्वर हंसराज उदासीन महाराज का। उन्होंने बुधवार को जतोई दरबार उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में संत समाज और सनातन धर्म प्रेमियों के साथ कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि सनातन धर्म सभी को जोड़ने के अलावा सहयोग की भावना रखता है। लेकिन इन मंदिरों और सनातन आश्रमों में रोजा-इफ्तार के कार्यक्रम आयोजित नहीं होने जाने दिए जाएंगे।

सनातन स्थलों पर रोजा-इफ्तार मंजूर नहीं
महामंडलेश्वर ने कहा कि कुछ लोग सनातन स्थानों पर रोजा-इफ्तार का आयोजन करते आ रहे हैं, अब इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। अगर मंदिर और सनातन आश्रमों में ऐसे आयोजन हुए तो वो भी दरगाह और मस्जिदों में जाकर रामधुनि करेंगे। महामंडलेश्वर ने कहा कि भारत देश में सबको अपने धर्म की आजादी है, ऐसे में सभी अपने आयोजन अपने स्थलों तक सीमित रखें। महामंडलेश्वर ने आश्रम में स्वामी दांदूराम और स्वामी होतूराम की मूर्तियों के अलावा शिव भगवान, माता मंदिर, महाकाल और आराध्य देव झूलेलाल की विशाल प्रतिमा पर पूजा कर आर्शीवाद लिया।

‘सनातन धर्म के सेवा के लिए सहभागी रहेगा’
कार्यक्रम में तीर्थराज पुष्कर स्थित श्रीशांतानंद उदासीन आश्रम के महंत हनुमानराम, ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास, बालकधाम किशनगढ़ के स्वामी श्यामदास, राजकोट के स्वामी अमरदास, स्वामी ईसरदास, स्वामी आत्मदास, महंत अर्जुनदास जी, प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली के स्वामी राजूराज, आदर्श नगर के दादा नारायणदास उपस्थित थे। संतों ने आर्शीवचन में कहा कि सदैव समाज की ओर से नियमित पूजन के साथ तिथि त्योहार पर सामूहिक आयोजन किए जा रहे हैं। आश्रम के भाई फतनदास ने सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आश्रम सदैव सनातन धर्म के सेवा के लिए सहभागी रहेगा।

कार्यक्रम में पहुंचे VHP के नेता
समारोह में विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश सहमंत्री एडवोकेट शशि प्रकाश इंदोरिया, महानगर धर्माचार्य संपर्क प्रमुख शेखर उबाना, संजय तिवारी, सामाजिक समरता प्रमुख ओमराय, शंकर सिंह राठौड़, नीरज पारीक, दिलीप सिंह राठौड़, गौरक्षा प्रमुख, धर्मप्रचार के प्रांत सह प्रमुख लेखराज सिंह, कैलाश सिंह भाटी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

रिपोर्ट- नवीन वैष्णव

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