Right To Education: पैरेंट्स ध्यान दें! RTE के तहत एडमिशन के नाम पर हो रही ठगी, बचने का तरीका बेहद आसान

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Right To Education: पैरेंट्स ध्यान दें! RTE के तहत एडमिशन के नाम पर हो रही ठगी, बचने का तरीका बेहद आसान

Right To Education: पैरेंट्स ध्यान दें! RTE के तहत एडमिशन के नाम पर हो रही ठगी, बचने का तरीका बेहद आसान

गाजियाबाद:नए सत्र 2023 के लिए राइट टु एजुकेशन (RTE) एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होते ही ठग भी एक्टिव हो गए हैं। जरूरतमंदों को अपना निशाना बनाकर उन्हें नामी स्कूलों में एडमिशन दिलाने का लालच देकर हजारों रुपये ठग रहे हैं। इसमें एक शिकायत वसुंधरा इलाके से शिक्षा विभाग के पास पहुंची है। लिस्ट में नाम शामिल करने का झांसा देकर अभिभावक से 6000 रुपये ले लिए। लेकिन बच्चे का नाम पहली सूची में नहीं आया। इसके बाद पैसे भी नहीं लौटाए गए। कुछ इसी प्रकार की शिकायतें साल 2022 में भी सामने आई थीं। जहां आरटीई एडमिशन के फॉर्म भरने के नाम पर 20 से ₹30000 तक मांगे जा रहे थे। इन्होंने बड़े घरों के लोगों से भी पैसे लेकर लिस्ट में नाम शामिल कराने का वादा किया था।

वसुंधरा से पहले भी मिली हैं शिकायतें

वसुंधरा से ऐसी शिकायतें बढ़ गई हैं। लोग बकायदा साइबर कैफे की तरह दुकान लगाते हैं। यहां फॉर्म भरवाने के दौरान पैसों की डिमांड करते हैं। अच्छे स्कूल में अपने बच्चे का एडमिशन सुनने के बाद पैरंट्स इनके झांसे में आ जाते हैं। RTE की दूसरी लिस्ट 19 अप्रैल को जारी होगी।

शिक्षा विभाग में पहुंची शिकायत

शिक्षा विभाग से एक अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में एक शिकायत वसुंधरा से पहुंची थी। इसमें अभिभावक से ₹6000 रुपये की मांग की गई थी। इस काम में एक लड़का और एक लड़की शामिल हैं। इसकी जांच की जा रही है। प्रशासनिक अधिकारियों को भी इसकी सूचना दे दी गई है। पहली सूची में जब नाम नहीं आया तो उसे अभिभावक को डांट कर भगा दिया। इस प्रकरण के बाद से ही टीम सख्त हो गई है। ‘बेहद आसान है प्रक्रिया, किसी के झांसे में न आएं’

बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि आरटीई एडमिशन ज़रूरतमंदों की मदद के लिए किए जाते हैं। इसमें किसी प्रकार का पैसा नहीं लगता। अगर कोई आपसे पैसों की डिमांड कर रहा है तो इससे बचें। नेहरु नगर में बने विभाग के कार्यालय आकर भी शिकायत कर सकते हैं या फॉर्म भरने में मदद ले सकते हैं। rte25.upsdc.gov.in वेबसाइट पर जाकर सीधे तौर पर फॉर्म आसानी से भरा जा सकता है। शिक्षा विभाग से आरटीई एडमिशन प्रक्रिया में लगे एक स्टाफ ने बताया कि कई बार कार्यालय में एक से अधिक फॉर्म लेने के लिए भी लोग पहुंचते हैं, जिन्हें मना करके वापस लौटा दिया जाता है। यह फॉर्म वे लोगों को ठगने के लिए लेकर जाते हैं, जिसके ज़रिए वह अतिरिक्त पैसा कमा सकें।

इनसे हो चुकी ठगी

मुझे अपने बेटे का एडमिशन वसुंधरा के एक नामी स्कूल में करवाना था। जब मुझे पता चला कि एक व्यक्ति है, जो एडमिशन फॉर्म भरने के बाद स्कूल से संपर्क करके एडमिशन करवा देता है तो मैं भी उसके पास पहुंच गया। मैंने ₹10,000 रुपये दे दिए। लेकिन जब लिस्ट में नाम नहीं आया तो मैंने अपने पैसे वापस मांगे। उस व्यक्ति ने पैसे लौटाने से मना कर दिया। इसके बाद शिक्षा विभाग जाकर शिकायत की। स्कूल मैनेजमेंट से भी मदद मांगी। दूसरी बार में मैंने खुद फॉर्म भरा, जिसके बाद मेरे बेटे का नंबर लिस्ट में आ गया। अब मेरा बेटा आरटीई एडमिशन के तहत एक अच्छे स्कूल में पढ़ रहा है।

-रूपम, अभिभावक

साल 2022 में मुझे अपनी बेटी का एडमिशन अच्छे स्कूल में करवाना था। मुझे फॉर्म भरना नहीं आता था। इसके लिए मैं साइबर कैफे पहुंची। यहां मुझे दो लोगों के बारे में पता चला कि वे एडमिशन आसानी से करा देते हैं। खुद ही पेपर का सारा काम भी कर लेते हैं। भागदौड़ से बचने के लिए मैंने उधार मांगकर उन्हें ₹5000 रुपये दे दिए। सच कहूंगी मेरे बच्चे का नंबर भी आ गया, लेकिन बाद में पछतावा हुआ कि प्रक्रिया बेहद आसान थी। अगर मैं कार्यालय जाकर मदद मांगती तो मेरा काम मुफ्त हो जाता।

-मीना, अभिभावक

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