Rail Budget 2022: आसान नहीं ‘वंदे भारत’ की राह, बजट में 400 ट्रेनों का ऐलान, पर क्या कहता है प्रॉडक्शन का गणित?

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Rail Budget 2022: आसान नहीं ‘वंदे भारत’ की राह, बजट में 400 ट्रेनों का ऐलान, पर क्या कहता है प्रॉडक्शन का गणित?

मुंबईः बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Budget 2022) ने रेलवे को विकास (Rail Budget 2022) के पथ पर ले जाने के लिए अगले तीन सालों में 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाने की बात कही। इसके बाद रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी हर महीने 7-8 वंदे भारत ट्रेन का प्रडक्शन करने की बात कही। लेकिन घोषणा के विपरीत यदि आंकड़ों पर जाएं, तो पिछले तीन सालों में केवल दो वंदे भारत ट्रेनें देशभर में चली हैं। इसमें से एक दिल्ली और बनारस, दूसरी दिल्ली से कटरा के बीच चलती है। ऐसे में प्रति माह 8 ट्रेनों का उत्पादन भी होता है, तो तीन साल में 288 ट्रेनों बनेंगी।

भारत में फिलहाल चार रेलवे कोच फैक्टरी हैं। चेन्नई, रायबरेली, कपूरथला और लातूर, इनमें से लातूर की कोच फैक्टरी में फिलहाल उत्पादन शुरू नहीं हुआ है। इन सभी कोच फैक्टरी में भारतीय रेलवे के सभी कोच का निर्माण होता है। यदि तीन साल में 400 वंदे भारत ट्रेनों का लक्ष्य हासिल करना हैं, तो प्रतिमाह 11 ट्रेनें बनानी होंगी। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार इस ट्रेन के वर्जन 1 का निर्माण हो चुका है, जबकि अभी वर्जन 2 की डिजाइन तैयार हुई है। इस साल अगस्त से वर्जन 2 का उत्पादन शुरू होगा।

इन्फ्रस्ट्रक्चर करना होगा मजबूत
किसी भी प्रडक्शन यूनिट की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए इन्फ्रस्ट्रक्चर को मजबूत करना पड़ता है। वंदे भारत ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 180 किमी प्रति घंटा है। ऐसी ट्रेनों का अधिकतम फायदा लेने के लिए ट्रैक को भी मजबूत करना होगा और शत प्रतिशत विद्युतिकरण भी करना होगा। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो बजट में रेलवे को जितना पैसा मिला है, वो पूर्व परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भी पर्याप्त नहीं है। ऐसे में इन्फ्रस्ट्रक्चर के लिए फंड जुटाना एक चुनौती होगा।

मुंबई को कैसे मिलेगा लाभ?
300 किमी से 600 किमी रूट पर चलाने के लिए वंदे भारत ट्रेन बेहतर होती हैं। ऐसे में 400 वंदे भारत ट्रेनें जब देशभर में चलेंगी, तो मुंबई से सूरत या अहमदाबाद, मुंबई से नागपुर जैसे रूट पर इन्हें चलाया जा सकता है। हालांकि, मुंबई दिल्ली रूट को भी 160 किमी प्रति घंटा के लिए तैयार किया का रहा है। वंदे भारत ट्रेन का उपयोग यहां भी हो सकता है। फिलहाल ये ट्रेनें दिल्ली से बनारस और कटरा के लिए करीब 95 फीसद यात्री क्षमता के साथ चल रही है।

44 ट्रेनों के निर्माण का ऑर्डर
पिछले साल आजादी के अमृत महोत्सव की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने की घोषणा की थीं। इनमें से 44 ट्रेनों के निर्माण का ऑर्डर दिया जा चुका है। मार्च 2024 तक 100 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का लक्ष्य है। 44 में से 24 रेक आईसीएफ और 10-10 रेक रायबरेली और कपूरथला में बनाए जाएंगे।



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