Post Covid 19 Problems: कोरोना के बाद तनाव से तो नहीं बढ़ रही भूख? रखें ये सावधानी
हाइलाइट्स:
- कोरोना से मुक्त होने के बाद भी नहीं खत्म होती समस्या
- पोस्ट कोविड किसी को नींद कम आ रही, तो किसी को भूख ज्यादा लग रही
- इस वजह से कुछ लोगों का वजन भी बढ़ जाता है
नई दिल्ली
पोस्ट कोविड किसी को नींद कम आ रही है, तो किसी को भूख ज्यादा लग रही है। एंग्जायटी और स्ट्रेस जब बढ़ जाता है, तो कुछ लोगों को नींद नहीं आती है। यही स्ट्रेस भूख भी बढ़ाता है। यही नहीं कोविड के बाद कुछ लोग जल्दी रिकवरी के लिए ज्यादा खाने लगते हैं, जो बाद में उनकी आदत बन जाती है। इस वजह से कुछ लोगों का वजन भी बढ़ जाता है। इससे उन्हें दूसरी परेशानी का भी खतरा होने लगता है।
स्ट्रेस में अनजाने में ज्यादा खाने लगते हैं
गंगाराम अस्पताल के गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के एचओडी डॉक्टर अनिल अरोड़ा ने कहा कि कोविड की वजह से अक्सर लोग एंग्जायटी के शिकार हो जाते हैं, उन्हें घबराहट होने लगती है। ऐसे लोग स्ट्रेस में रहते हैं। इससे बॉडी के अंदर स्ट्रेस हार्मोन निकलता है। यह हार्मोन फाइट एंड फ्लाइट की तरह रेस्पॉन्स देता है। जैसे कोई खतरा आने वाला है, उसके अनुसार तैयारी करनी है। इसलिए जब यह हार्मोन निकलता है, तो लोगों को भूख ज्यादा लगती है। पोस्ट कोविड मरीज को ज्यादा भूख लग रही है। दूसरी वजह यह है कि कुछ लोग जब डिप्रेशन में होते हैं, तो उन्हें पता नहीं चलता है, वे अनजाने में ज्यादा खाने लगते हैं।
टेस्ट और स्मेल लौटने पर लगती है ज्यादा भूख
डॉक्टर नीरू अरोड़ा ने कहा कि कोविड के मरीज जब बीमार पड़ते हैं, तो उनमें से अधिकतर लोगों का स्मेल और टेस्ट चला जाता है। कुछ लोगों में हफ्तों तक यह लौटता नहीं है। इस दौरान जब मरीज खाना खाता है, तो उन्हें टेस्ट का पता नहीं चलता। वह खाना भी दवा समझ कर ही खाते हैं, लेकिन जब ये ठीक हो जाते हैं, तो इनका स्मेल और टेस्ट वापस आता है। नए तरह से खाने का टेस्ट आता है, जिससे भूख ज्यादा लगती है और उन्हें खाना ज्यादा पसंद आता है।
इम्युनिटी बढ़ाने के चक्कर में ज्यादा खा रह लोग
डॉक्टर ने कहा कि एक सबसे बड़ी वजह यह है कि जब से कोविड शुरू हुआ है। हर तरफ लोग इम्यूनिटी बढ़ाने की बात कर रहे हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए लोग विटामिन सी, प्रोटीन, आयरन का ज्यादा सेवन कर रहे हैं। इसके लिए लोगों ने फ्रूट्स, अंकुरित अनाज, फल, आदि का सेवन ज्यादा कर दिया है। लगातार इसके सेवन से लोगों की खाने की क्षमता बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि जब लोग कोविड से ठीक होते हैं, तो उनके मन में जो डर था, वह कम होता है। लोगों को लगता है कि अब वे ठीक हो गए हैं, कुछ लोग इस खुशी में खाना ज्यादा खाते हैं। खुशी में वैसे भी इंसान ज्यादा खाना खाता है।
पोस्ट कोविड लोगों का वजन बढ़ा: स्टडी
डॉक्टर नीरू ने कहा कि इसका सबसे बड़ा डर यह है कि अधिकतर लोगों का वजन बढ़ जाता है। पिछले कोविड पीक में ऑस्ट्रेलिया में एक स्टडी हुई थी, जिसमें पाया गया था कि पोस्ट कोविड 3 महीने में 10 से लेकर 14 किलो तक वजन बढ़ गया। इसकी कई वजह हैं। सबसे बड़ी वजह यह है कि कोविड काल में लोगों की फिजिकल एक्टिविटी बंद हो गई है। काम पर नहीं जाने की वजह से दिन भर लोग घर में रहते हैं, तो खाना ज्यादा खाते हैं। ऐसे लोगों को तुरंत अपने खानपान को कंट्रोल करना चाहिए। रुटीन लाइफस्टाइल और संतुलित डाइट ही लेनी चाहिए, ताकि शरीर को न्यूट्रिशियन मिलता रहे और मोटापा भी नहीं हो।
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हाइलाइट्स:
- कोरोना से मुक्त होने के बाद भी नहीं खत्म होती समस्या
- पोस्ट कोविड किसी को नींद कम आ रही, तो किसी को भूख ज्यादा लग रही
- इस वजह से कुछ लोगों का वजन भी बढ़ जाता है
पोस्ट कोविड किसी को नींद कम आ रही है, तो किसी को भूख ज्यादा लग रही है। एंग्जायटी और स्ट्रेस जब बढ़ जाता है, तो कुछ लोगों को नींद नहीं आती है। यही स्ट्रेस भूख भी बढ़ाता है। यही नहीं कोविड के बाद कुछ लोग जल्दी रिकवरी के लिए ज्यादा खाने लगते हैं, जो बाद में उनकी आदत बन जाती है। इस वजह से कुछ लोगों का वजन भी बढ़ जाता है। इससे उन्हें दूसरी परेशानी का भी खतरा होने लगता है।
स्ट्रेस में अनजाने में ज्यादा खाने लगते हैं
गंगाराम अस्पताल के गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के एचओडी डॉक्टर अनिल अरोड़ा ने कहा कि कोविड की वजह से अक्सर लोग एंग्जायटी के शिकार हो जाते हैं, उन्हें घबराहट होने लगती है। ऐसे लोग स्ट्रेस में रहते हैं। इससे बॉडी के अंदर स्ट्रेस हार्मोन निकलता है। यह हार्मोन फाइट एंड फ्लाइट की तरह रेस्पॉन्स देता है। जैसे कोई खतरा आने वाला है, उसके अनुसार तैयारी करनी है। इसलिए जब यह हार्मोन निकलता है, तो लोगों को भूख ज्यादा लगती है। पोस्ट कोविड मरीज को ज्यादा भूख लग रही है। दूसरी वजह यह है कि कुछ लोग जब डिप्रेशन में होते हैं, तो उन्हें पता नहीं चलता है, वे अनजाने में ज्यादा खाने लगते हैं।
टेस्ट और स्मेल लौटने पर लगती है ज्यादा भूख
डॉक्टर नीरू अरोड़ा ने कहा कि कोविड के मरीज जब बीमार पड़ते हैं, तो उनमें से अधिकतर लोगों का स्मेल और टेस्ट चला जाता है। कुछ लोगों में हफ्तों तक यह लौटता नहीं है। इस दौरान जब मरीज खाना खाता है, तो उन्हें टेस्ट का पता नहीं चलता। वह खाना भी दवा समझ कर ही खाते हैं, लेकिन जब ये ठीक हो जाते हैं, तो इनका स्मेल और टेस्ट वापस आता है। नए तरह से खाने का टेस्ट आता है, जिससे भूख ज्यादा लगती है और उन्हें खाना ज्यादा पसंद आता है।
इम्युनिटी बढ़ाने के चक्कर में ज्यादा खा रह लोग
डॉक्टर ने कहा कि एक सबसे बड़ी वजह यह है कि जब से कोविड शुरू हुआ है। हर तरफ लोग इम्यूनिटी बढ़ाने की बात कर रहे हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए लोग विटामिन सी, प्रोटीन, आयरन का ज्यादा सेवन कर रहे हैं। इसके लिए लोगों ने फ्रूट्स, अंकुरित अनाज, फल, आदि का सेवन ज्यादा कर दिया है। लगातार इसके सेवन से लोगों की खाने की क्षमता बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि जब लोग कोविड से ठीक होते हैं, तो उनके मन में जो डर था, वह कम होता है। लोगों को लगता है कि अब वे ठीक हो गए हैं, कुछ लोग इस खुशी में खाना ज्यादा खाते हैं। खुशी में वैसे भी इंसान ज्यादा खाना खाता है।
पोस्ट कोविड लोगों का वजन बढ़ा: स्टडी
डॉक्टर नीरू ने कहा कि इसका सबसे बड़ा डर यह है कि अधिकतर लोगों का वजन बढ़ जाता है। पिछले कोविड पीक में ऑस्ट्रेलिया में एक स्टडी हुई थी, जिसमें पाया गया था कि पोस्ट कोविड 3 महीने में 10 से लेकर 14 किलो तक वजन बढ़ गया। इसकी कई वजह हैं। सबसे बड़ी वजह यह है कि कोविड काल में लोगों की फिजिकल एक्टिविटी बंद हो गई है। काम पर नहीं जाने की वजह से दिन भर लोग घर में रहते हैं, तो खाना ज्यादा खाते हैं। ऐसे लोगों को तुरंत अपने खानपान को कंट्रोल करना चाहिए। रुटीन लाइफस्टाइल और संतुलित डाइट ही लेनी चाहिए, ताकि शरीर को न्यूट्रिशियन मिलता रहे और मोटापा भी नहीं हो।