Patients infected with the Omicron variant have a 40 percent lower risk of hospitalization compared to Delta | डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 40 फीसदी कम – Bhaskar Hindi

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News, लंदन। कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों की डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 15 फीसदी कम है। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन (स्टडी) के मुताबिक, डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की एक रात या उससे अधिक समय तक अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 40 फीसदी कम है।

इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण दोनों द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा में कमी के कारण गंभीरता के संदर्भ में इस अनुमानित कमी को ओमिक्रॉन के साथ संक्रमण के बड़े जोखिम के खिलाफ संतुलित किया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, जनसंख्या के स्तर पर, बड़ी संख्या में संक्रमणों के कारण अधिक संख्या में अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है।

नई रिपोर्ट में इंग्लैंड में ओमिक्रॉन मामलों के लिए अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम का अनुमान लगाया गया है। इसमें 1 से 14 दिसंबर के बीच इंग्लैंड में सभी पीसीआर-पुष्ट सार्स-सीओवी-2 मामले शामिल हैं, जहां संक्रमण पैदा करने वाले वैरिएंट को आनुवंशिक डेटा या एस जीन टारगेट फेलियर (एसजीटीएफ) के माध्यम से पहचाना जा सकता है। डेटा सेट में ओमिक्रॉन के 56,000 मामले और डेल्टा के 269,000 मामले शामिल थे।

अनुमान बताते हैं कि ओमिक्रॉन के मामलों में, औसतन किसी भी अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 15-20 प्रतिशत कम हो जाता है और अस्पताल में एक या अधिक रातों तक भर्ती होने का जोखिम लगभग 40-45 प्रतिशत कम हो जाता है। इंपीरियल कॉलेज लंदन से प्रोफेसर नील फग्र्यूसन ने एक बयान में कहा, हमारा विश्लेषण डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट से जुड़े अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम में मामूली कमी का सबूत दिखाता है। हालांकि, यह ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण के खिलाफ टीकों की कम प्रभावकारिता से ऑफसेट प्रतीत होता है।

उन्होंने कहा, ओमिक्रॉन वायरस के तेजी से फैलने को देखते हुए, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बढ़ती मांग का सामना करने की संभावना बनी हुई है। अगर ओमिक्रॉन के मामले हाल के हफ्तों में देखी गई दर से बढ़ते रहे तो इसकी संभावना बनी हुई है। अनुमानों से यह भी पता चलता है कि जिन व्यक्तियों को एस्ट्राजेनेका, फाइजर या मॉडर्ना टीके की कम से कम दो खुराकें मिली हैं, उनके गैर-टीकाकरण वाले व्यक्तियों में डेल्टा के साथ प्राथमिक संक्रमण की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम काफी कम है। उनमें भले ही संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा काफी हद तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ खत्म हो गई हो। इसके अलावा, प्राथमिक संक्रमण की तुलना में पुन: संक्रमण अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम में लगभग 50-60 प्रतिशत की कमी के साथ जुड़ा हुआ है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में पुन: संक्रमण के जोखिम के संदर्भ में ओमिक्रॉन की गंभीरता को रखना आवश्यक है, जहां आबादी का एक बड़ा हिस्सा पहले से ही संक्रमित हो सकता है। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अजरा गनी ने कहा, हालांकि ओमिक्रॉन वैरिएंट के साथ अस्पताल में भर्ती होने का कम जोखिम आश्वस्त करने वाला है, लेकिन संक्रमण का खतरा बहुत अधिक बना हुआ है। बूस्टर खुराक के साथ, टीके संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने से सबसे अच्छी सुरक्षा प्रदान करते हैं।

(आईएएनएस)