गुजरात चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट आते ही भड़के पाटीदार नेता

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कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होते ही गुजरात में पाटीदारों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जंग शुरू हो गई है। पार्टी ने रविवार (20 नवंबर) देर रात को जैसे ही लिस्ट जारी की सूरत में पाटीदार कार्यकर्ता तोड़फोड़ पर उतारु हो गये। पाटीदार कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इसमें पाटीदार नेताओं को वाजिब महत्व और प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है। कांग्रेस ने पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के तीन सदस्यों को टिकट दिया है जबकि सूरत नगर निगम के 3 पार्षदों को भी टिकट मिला है। इन पार्षदों ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए हंगामे के बाद चुनाव जीता था। टिकट की लिस्ट सार्वजनिक होने के बाद सूरत में पार्टी समर्थकों ने कांग्रेस कैंडिडेट प्रफुल्ल तोगड़िया, जो कि वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया के चचेरे भाई हैं, के दफ्तर में हमला कर दिया और जमकर तोड़ फोड़ मचाई। इसी जगह पर कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने सभा की थी। पाटीदार कार्यकर्ताओं ने पार्षद नीलेश कुम्भानी के दफ्तर में भी हमला कर दिया। पाटीदार कार्यकर्ता अपने नेताओं के लिए और टिकट की मांग कर रहे हैं।

घटना के बाद गुजरात पुलिस ने गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है। कांग्रेस ने बीजेपी के एक पूर्व सदस्य और जनता दल यूनाइटेड के एक कार्यकर्ता को भी टिकट दिया है। 77 उम्मीदवारों की इस लिस्ट में 3 मुस्लिम कैंडिडेट और 2 महिलाएं शामिल हैं। पार्टी ने एक कपड़ा व्यापारी को भी टिकट दिया है। ये बिजनेसमैन जीएसटी के खिलाफ चल रहे आंदोलन में बढ़ चढ़कर शिरकत कर रहा था। बता दें कि PAAS के साथ सीट बंटवारे की वजह से कांग्रेस को उम्मीदवारों का नाम ऐलान करने में देरी हुई। राज्य में कुल 182 विधानसभा सीटों में 89 सीटों पर पहले चरण में नौ दिसंबर को चुनाव होगा । शेष 93 सीटों के लिए चुनाव 14 दिसंबर को होगा । चुनाव परिणाम 18 दिसंबर को आएंगे।

कुल उम्मीदवारों में 11अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी से हैं और सात अनुसूचित जाति (एससी) श्रेणी से हैं । कांग्रेस नेतृत्व ने दो दिन पहले पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा की थी । पार्टी सूत्रों ने बताया कि राकांपा और शरद यादव के नेतृत्व वाले जदयू के अलग हुए धड़े से भी बात चल रही है । पार्टी पाटीदार और ओबीसी नेताओं क्रमश: हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर के साथ भी चुनावी तालमेल के लिए चर्चा कर रही है। राज्य में कांग्रेस का भाजपा के साथ मुकाबला है जो राज्य की सत्ता पर दो दशक से अधिक समय से काबिज है।