पैडमैन पर भी लगा बैन, सरकार की दलील ‘टैबू सब्जेक्ट की फिल्म कैसे रिलीज़ करें’

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फिल्म अभिनेत्री और लेखिका ट्विंकल खन्ना ने अपनी पति अभिनेता अक्षय कुमार को लेकर महिलाओं के एक अहम मुद्दे पर फिल्म बनायी जिसका नाम ‘पैडमैन’ रखा. आर बाल्कि द्वारा निर्देशित फिल्म पैडमैन 9 फरवरी को पूरे देश के सिनेमाघरों में रिलीज भी हो गयी है, और इसे अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. फिल्म में अक्षय के साथ अभिनेत्री सोनम कपूर और राधिका आप्टे भी मुख्या किरदार में हैं.

बता दें कि इस फिल्म की कहानी असल ज़िंदगी पर आधारित है. पैडमैन में महिलाओं की माहवारी  (पीरियड्स) और सैनेटरी पैड जैसे मुद्दों के बारे में खुलकर बात की गई हैं. लेकिन फिल्म की यही खासियत अब इसकी मुश्किल बन गयी है. एक जगह ऎसी भी जहाँ लोग इस मामले पर बात करने से आहात हो रहे हैं और उनकी संस्कृति को ठेस पहुँच रही है.

‘आहत होगा समाज’

हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान की. जहां भारत में पैडमैन को बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है वहीं पाकिस्तान में इस फिल्म को नहीं दिखाया जाएगा. दिलचस्प बात ये है कि ये फैसला वहां के फेडरल सेंसर बोर्ड ने लिया है. उनकी दलील है कि फिल्म उनकी परम्परा और संस्कृति के खिलाफ है, इसलिए फिल्म को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया है. बोर्ड के सदस्य इशाक अहमद ने कहा, “पाकिस्तान में इस तरह की फिल्में रिलीज़ करने की इजाज़त नहीं दी जा सकती है. ये फिल्म हमारी संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है. हम अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स से ये कैसे कह सकते हैं कि आप ये फिल्म इम्पोर्ट कर लीजिए.” इशाक अहमद ने आगे कहा, ‘यह एक टैबू सैब्जैक्ट पर बनाई गई फिल्म है. हमारी संस्कृति, समाज और यहां तक कि हमारे मज़हब में भी इस तरह की बातों के लिए जगह नहीं है.’

Pakistan ban -

औरतों ने कहा हमे होती है माहवारी

पैडमैन को पाकिस्तान में बैन करने पर वहां की महिलाओं ने नाराज़गी जाहिर की है. वहां की महिलाएं पाकिस्तान के फेडेरल सेंसर बोर्ड पर अपना गुस्सा निकालते हुए लिख रही हैं कि हमें भी पीरियड्स आते हैं. देश की महिलाओं ने सोशल मीडिया में एक कैंपेन चला दिया है जिसके जरिए वो सेंसर बोर्ड को बता रही हैं कि पाकिस्तानी महिलाओं को भी माहवारी होती है. इन महिलाओं ने सेंसेर बोर्ड से अपील की है कि फिल्म पर लगाए गए बैन को तुरंत हटा लेना चाहिए.

सोशल मीडिया पर महिलाओं की इस मुहिम में उन्हें वहां के बहुत से मर्दों का भी साथ मिल रहा है. सभी मिलकर पैडमैन के बैन के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं. लोगों ने सोशल मीडिया पर कई सन्देश लिखे. एक सन्देश में लिखा गया है कि पाकिस्तना में जिस्म 2 जैसी फिल्म रिलीज़ हो सकती है. एक औरत को अर्धनग्न अवस्था में देखना गलत नही है मगर एक औरत की ज़रुरत के मुद्दे पर बात करने से आपको बुरा लगता है. आप आहत हो जाते हैं. दोगलेपन की भी हद है.

एक अम्हिला यूज़र ने लिखा, ‘पाकिस्तान के प्यारे सेंसर बोर्ड, मैं एक औरत हूँ और मुझेर हर महीने पीरियड्स होते हैं. ये बेहद आसान सी बायोलॉजी है.’

देखना ये है कि जनता के विरोध के बाद पाकिस्तान की सरकार क्या फैसला लेती है. ये कह पाना अभी मुश्किल है कि फिल्म वहाँ रिलीज़ हो पाएगी भी या नहीं.