आज भी पाकिस्तान की जेल में कैद है भारत के 471 से ज़्यादा कैदी

554

भारत और पाकिस्तान को अलग हुए लगभग 71 साल हो चुके है |सन् 1947 में जब हमारा मुल्क अंग्रेजों की गुलामी से आज़ाद हुआ था |आज़ादी के बाद एक मुल्क का बंटवारा जिससे जन्म हुआ एक नए मुल्क का |एक मुल्क हिंदुस्तान जिसमें से निकला एक दूसरा मुल्क पाकिस्तान ,पार्टीशन या बंटवारा एक ऐसा वक़्त था जहाँ कितने ही हिन्दू और मुस्लिम परिवार अपने अपनों से अलग हो गये |बंटवारे के उस दौर से लेके अबतक दोनों मुल्कों के रिश्तों में  कभी उतनी गर्माहट नहीं आई जिसकी उम्मीद कभी लोगों को थी |

कैदियों की सूची  का हुआ आदान -प्रदान
रविवार 1 जुलाई 2018 को भारत और पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने एक दूसरे की जेलों में बंद कैदियों की लिस्ट सौंपी|आपको बता दें कि साल 2008 में 21 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच एक समझौता हुआ था |इस नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच हुए समझौते के तहत हर साल एक जुलाई और 1 जनवरी को दोनों राष्ट्रों के बीच कैदियों की सूची  का आदान -प्रदान किया जाता है |

Indian prisoner -

गैरकानूनी ढंग से किया देश के अन्दर के प्रवेश
भारत के विदेश मंत्रालय से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने कुल 53 भारतीय नागरिकों और 418 मछुवारें पाकिस्तान की कैद में है | पाकिस्तान के अनुसार इन सभी मछुवारो को पाकिस्तान में कथित तौर पर गैर -क़ानूनी ढंग से घुस जाने पर गिरफ्तार किया गया था |

देश वापसी की पाकिस्तान से की बात
आपको बता दें कि सरकार ने नागरिक कैदियों और मछुआरों को जल्दी छोड़े जाने कि आवश्यकता पर जोर दिया है |भारत ने पहले ही पाकिस्तान के साथ सभी मानवीय मुद्दों को मद्देनज़र रखते हुए सभी बुजुर्गों, महिलाओं और मानसिक रूप से अस्वस्थ कैदियों तक पहुँच बनाने के लिए भारतीय चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम का विवरण पहले ही साझा कर चुका है | सरकार ने पाकिस्तान से अनुरोध किया कि वह सभी कैदी जो पाकिस्तान जेल में अपनी सज़ा काट चुके है, उनके देशवापसी उनकी रिहाई के लिए बात की गयी |अब ये देखना दिलचस्प होगा कि कब तक इस मुद्दे पर एक पूरा फैसला लिया जाता है |