जान जोखिम में डाल कर सीप्लेन में सवार हुए पीएम नरेंद्र मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को सीप्लेन की यात्रा करने का मुद्दा इस वक्त हर तरफ छाया हुआ है। ऐसे तो पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यकाल के 42 महीनों के अंदर कई तरह की वीवीआईपी यात्राएं की हैं, लेकिन उनकी सी-प्लेन का सफर इन सबसे काफी अलग था। अभी तक मोदी जितने भी विमानों में सवार हुए हैं, उनमें सुरक्षा से जुड़े हुए कई नियम फॉलो किए गए हैं, लेकिन सीप्लेन की यात्रा में बहुत से कई ऐसे रूल हैं जिन्हें फॉलो नहीं किया गया। मंगलवार को साबरमती रिवरफ्रंट से मेहसाना जिले के धरोई बांध तक की यात्रा करने के बाद पीएम मोदी भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने किसी अमेरिकन रजिस्टर्ड एयरक्राफ्ट में विदेशी पायलट के साथ यात्रा की।

पीएम मोदी द्वारा कोडिएक 100 सीप्लेन की यात्रा करना बहुत से गंभीर सुरक्षा के मुद्दों को जन्म देता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यह एयरक्राफ्ट सिंगल इंजन विमान था, मतलब साफ है कि अगर इंजन गलती से फेल हो जाता तो बड़ी गड़बड़ हो सकती थी। सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा मानकों के मुद्दे को पीएम मोदी के सामने उठाया भी गया था, लेकिन उन्होंने उसे नजरअंदाज कर दिया और जान जोखिम में डालकर यात्रा की।

SEA PLANE -

1981 के डीजीसीए हवाई सुरक्षा सर्कुलर के मानदंडों के हिसाब से अगर कोई वीवीआईपी हवाई यात्रा करता है तो उस विमान में डबल इंजन की सुविधा होना जरूरी है। सर्कुलर के पहले नियम 1.1 के मुताबिक, ‘वीवीआईपी की हवाई यात्राओं के लिए डबल इंजन की सुविधा वाले, भरोसेमंद और अच्छे परिचालन क्षमता वाले विमान का ही उपयोग किया जाना चाहिए।’ इसके अलावा अगर प्रधानमंत्री किसी आधिकारिक दौरे पर होते हैं तो वह केवल आईएएफ और एआई विमानों से ही यात्रा करते हैं। इसके अलावा अगर प्रधानमंत्री किसी अनौपचारिक यात्रा पर भी जा रहे होते हैं तब भी यह नियम लागू होता है। सूत्रों का कहना है, ‘हालांकि प्रधानमंत्री मोदी अपनी पार्टी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को अटेंड करने गए थे और उन्होंने किसी आधिकारिक दौरे के तहत सीप्लेन की यात्रा नहीं की थी, फिर भी डबल इंजन वाले एयरक्राफ्ट को उपयोग करने का मानदंड लागू होता था।’

बता दें कि मंगलवार को पीएम मोदी ने सी-प्लेन की यात्रा की। गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंबाजी मंदिर के दर्शन किए। पीएम साबरमती नदी से सी-प्लेन में सवार होकर मेहसाना जिले के धरोई बांध पहुंचे, जहां से उन्होंने अंबाजी मंदिर के लिए सड़क के माध्यम से यात्रा की। पीएम सरदार ब्रिज के निकट से एकल इंजिन वाले सी-प्लेन में सवार हुए। यह पुल पुराने शहर को अहमदाबाद पश्चिम से जोड़ता है। देश में इस तरह के विमान की यह पहली उड़ान है। प्रधानमंत्री नदी से विमान में सवार हो सकें इसके लिए विशेष बंदोबस्त किए गए थे। यहां एक विशेष जेटी बनाई गई थी।