भारत के मुस्लिम कर रहे हैं आईएस के मंसूबो को नाकामयाब

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सुरक्षा एजेंसियों द्वारा हाल ही में जारी किए गए आंकड़ो के अनुसार साल 2014 से केवल 100 भारतीयों ने इराक और सीरिया जाकर कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ज्वाइन किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार 50 भारतीय नागरिक अभीतक इस्लामिक स्टेट ज्वाइन करने के लिए भारत छोड़ चुके हैं। वहीं अन्य भारतीय मूल के 50 नागरिक अपना-अपना देश छोड़ इराक, सीरिया और अफगानिस्तान में जाकर इस्लामिक स्टेट से जुड़े हैं। वहीं गृह मंत्रालय के मुताबिक भले ही भारतीय लोगों ने आतंकी संगठन में जोड़ने की इच्छा न जताई हो लेकिन इस्लामिक स्टेट के ऑनलाइन प्रचार और संसाधनों में लोगों की काफी रुचि है। यह खुलासा केंद्रीय और राज्य एजेंसियों द्वारा किया गया है।

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एजेंसियों ने यह खुलासा आईएसआईएस को ऑनलाइन सर्च किए जाने को ट्रैक कर किया है। केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, कर्नाटक, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा आईएसआईएस को ऑनलाइन सर्च किया गया है। आतंकी संगठन में सबसे ज्यादा जुड़ने के मामले केरल से सामने आए हैं, जहां पर इस्लामिक स्टेट ज्वाइन करने के लिए 21 युवाओं देश छोड़ चुके हैं। केरल छोड़कर जाने के बाद उन्होंने अफगानिस्तान के नानगरहड़ जाने के लिए गल्फ देशों और इरान का सफर किया। जम्मू-कश्मीर के युवा भी इंटरनेट के जरिए आईएसआईएस से संबंधित जानकारियां जुटाने में लगे रहते हैं। राज्य के युवा भी इस्लामिक स्टेट के प्रति आकर्षित हो रहे हैं।

गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि देश में मुस्लिम समुदाय की संख्या बहुत है लेकिन फिर भी इस्लामिक स्टेट में बहुत कम भारतीय शामिल हुए हैं जो कि चिंता का विषय नहीं है। इंटरनेट के जरिए युवा को बहलाने के मामले में इस्लामिक स्टेट का प्रॉपेगेंडा फेल हो रहा है। भारत और पश्चिमी देशों से इस्लामिक स्टेट बहुत ही सीमित संख्या में लोगों की भर्ती कर पाया है, जिससे पता चलता है कि लोग उसके प्रचार से प्रभावित होकर दहशतगर्दी की तरफ अपना रुख नहीं मोड़ना चाहते।