Maratha Protest: मराठा आरक्षण आंदोलन में समाज का इंटरेस्‍ट, इसे हाथ से न निकलने दें, आंदोलनकारियों को शरद पवार की सलाह

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Maratha Protest: मराठा आरक्षण आंदोलन में समाज का इंटरेस्‍ट, इसे हाथ से न निकलने दें, आंदोलनकारियों को शरद पवार की सलाह

Maratha Protest: मराठा आरक्षण आंदोलन में समाज का इंटरेस्‍ट, इसे हाथ से न निकलने दें, आंदोलनकारियों को शरद पवार की सलाह

जालना: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar News) ने जालना जिले के अंबड तालुका में एक दिन पहले पुलिस कार्रवाई में घायल हुए मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों (Jalna Maratha Protest) से शनिवार को मुलाकात की। शुक्रवार को पुलिस ने धुले-सोलापुर मार्ग पर अंतरवाली सारथी में एक हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्च किया था और आंसू गैस के गोले छोड़े थे। भूख हड़ताल पर बैठे एक व्यक्ति को वहां मौजूद लोगों की ओर से कथित तौर पर अस्पताल नहीं ले जाने देने के कारण पुलिस ने यह कार्रवाई की थी।

यहां भड़की हिंसा के दौरान करीब 40 पुलिसकर्मी और कई प्रदर्शनकारी घायल हुए। इस दौरान कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। अप्रिय घटनाओं में कथित संलिप्तता को लेकर 350 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एनसीपी प्रमुख ने दोपहर में एक स्थानीय अस्पताल में घायलों से बात करते हुए कहा कि मराठा समुदाय के लिए नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण मांग रहे लोगों को ऐसा शांतिपूर्वक करना चाहिए, संयम बरतना चाहिए और वे शांति बनाये रखें।
शरद पवार ने समर्थन का द‍िया भरोसा
पवार ने उन्हें अपने समर्थन का आश्वासन दिया और शुक्रवार की पुलिस कार्रवाई स्थल पर भूख हड़ताल पर बैठे कई आंदोलनकारियों से भी मुलाकात की। उन्होंने घटना के लिए राज्य के गृह विभाग को जिम्मेदार ठहराया और पुलिस कार्रवाई को अमानवीय करार दिया। शरद पवार के साथ एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और विधायक राजेश टोपे भी थे।

‘मुंबई के आदेश से बदला पुल‍िस का रवैया’
शरद पवार ने कहा कि इस जगह पर आश्चर्यजनक बल प्रयोग किया गया। महिलाओं को नहीं देखा गया। बुजुर्गों का भी ख्‍याल नहीं किया गया। बच्चों को भी नहीं देखा गया और बल प्रयोग किया गया। उन्‍होंने कहा क‍ि अधिकारी चर्चा कर रहे थे और लग रहा था क‍ि बातचीत से रास्ता साफ हो जाएगा। इस बीच बड़ी संख्या में पुलिस बुलाई गई। शरद पवार ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने बताया क‍ि मुंबई से आदेश आने के बाद पुलिस का रवैया बदला और फिर बल प्रयोग किया गया।

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‘आंदोलन में समुदाय की रुचि, कंट्रोल से बाहर न जाने दें’
शरद पवार ने कहा क‍ि आंदोलन को लेकर समाज में रुचि है। हितों की गतिविधियों को नियंत्रण से बाहर न जाने दें। आपको उन्हें नियंत्रण में रखना होगा। शरद पवार ने कहा कि उन्होंने मनोज जारांगे से कहा कि अगर राज्य सरकार से चर्चा हो और संतुष्टि हो तो आंदोलन स्थगित करने पर विचार करें। आगजनी जैसी घटनाओं से आंदोलन की बदनामी हुई। शरद पवार ने कहा कि उन्होंने उनसे यह भी कहा कि कानून हाथ में लेने जैसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए। इस पर जारांगे ने कहा कि कानून हाथ में लेने का काम नहीं हुआ। चर्चा चल ही रही थी कि पुलिस आ गयी और लाठीचार्ज हो गया।

संसद में कुछ बदलाव करने होंगे

शरद पवार ने कहा क‍ि प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस संबंध में कोई रास्ता निकालना चाहिए। रास्ता बनाने के लिए संसद को बदलना होगा। इसलिए आरक्षण पर 50 फीसदी की सीमा है। शरद पवार ने कहा कि हमारी मांग है कि राष्ट्रीय स्तर पर जातिवार जनगणना कराकर 50 फीसदी की शर्त को हटाया जाए। शरद पवार ने कहा कि अगर 50 प्रतिशत की शर्त हटा दी जाए तो आरक्षण का मुद्दा हल हो जाएगा। इसलिए हम संसद में एनसीपी की ओर से जातिवार जनगणना का मुद्दा उठाएंगे।

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