डॉ मनमोहन सिंह ने मोदी जी के बयान की शिकायत उपराष्ट्रपति से की

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हिमाचल प्रदेश और गुजरात चुनाव के नतीजे आ गए हैं. जिसमे भाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ जीत दर्ज की है. लेकिन इस जीत की राह इतनी आसान नही थी. आरोप-प्रत्यारोप, रैलियों और प्रचार का लंबा दौर चला. ऎसी ही एक ख़ास रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर पाकिस्तान के उच्च आयुक्त के साथ मिलकर उन्हें गुजरात चुनाव में हराने की साज़िश करने का इलज़ाम लगाया था.

मोदी जी ने कहा था मणिशंकर अय्यर के घर हुई पार्टी में पूर्व प्रधानमंत्री और कई वरिष्ठ नेताओं ने पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ मिलकर ये रणनीती बनायीं थी. मोदी जी के इस आरोप से मनमोहन सिंह बहुत आहात हुए थे. मोदी जी के इन आरोपों के जवाब में उन्होने बाकायदा आधिकारिक बयान दिया था और कहा था कि प्रधानमंत्री अपने पद की गरिमा भूल रहे हैं.

अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है. आज संसद के शीतसत्र का दूसरा दिन था. इस मौके पर पार्टी के सांसदों ने लोकसभा में काफी हंगामा किया और मांग की है कि मनमोहन सिंह के लिए की गयी टिप्पणी पर मोदी जी से माफ़ी मांगे. इसके कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा से वॉकआउट कर लिया.

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लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर विपक्ष ने काफी बहस की. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि इस प्रकार के ओछे बयान देकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर सवाल उठाए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए.

इस मुद्दे पर पार्टी कार्यकर्ताओं की अपील से इतर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राज्यसभा के चेयरमैन और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की है. उन्होंने वेंकैया नायडू से मिलकर प्राधानमंत्री मोदी के बयान की शिकायत की. वहीं वेंकैया नायडू ने भी विपक्ष को बताया कि सरकार की तरफ से भी मणिशंकर अय्यर के बयान को लेकर शिकायत की गई है. वहीँ इस विवाद पर वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा को तैयार है.