पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने राहुल गांधी को बताया कांग्रेस का ‘डार्लिंग’, ट्विटर यूजर्स उड़ा रहे मजाक

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पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी का जोरदार समर्थन किया है। सोमवार (4 दिसंबर) को जब राहुल गांधी अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरने पहुंचे तो उन्होंने पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह से मुलाकात की। इसके बाद मनमोहन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के डार्लिंग हैं, और वह पार्टी को उन्नति के रास्ते पर ले जाएंगे। पूर्व पीएम के इस बयान पर ट्विटर पर लोग जमकर चुटकी ले रहे हैं। कई यूजर्स ने डॉ मनमोहन सिंह को वो वाकया याद दिलाया है जब राहुल गांधी ने यूपीए सरकार के एक अध्यादेश को फाड़कर फेंक दिया था। ध्रुव शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘मनमोहन सिंह जी वो फटा हुआ ऑर्डिनेंस भूल गये।’ बता दें कि यूपीए-2 सरकार सजायाफ्ता सांसदों और विधायकों को बचाने के लिए एक अध्यादेश लाई थी, राहुल गांधी ने इस अध्यादेश को बकवास करार देकर फाड़ दिया था। एक यूजर ने लिखा, ‘कांग्रेस बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए।’ एक यूजर ने लिखा कि अब राहुल गांधी की शादी करा दो क्योंकि उनके बच्चों को भी पार्टी अध्यक्ष बनना है।’

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बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं और कार्यकतार्ओं के उत्साह और जोश के बीच सोमवार को पार्टी मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष के पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। राहुल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ, मोतीलाल वोरा, शीला दीक्षित, अहमद पटेल और अशोक गहलोत की मौजूदगी में नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने इस मौके पर उपस्थित नेताओं के साथ बातचीत कीं और उनकी शुभकामनाएं स्वीकार की। सोशल मीडिया पर इस मसले पर जमकर टिप्पणियां की जा रही हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘मनमोहन सिंह फिर से मैडम का लिखा हुआ स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं।’ एक यूजर ने लिखा है कि, ‘ जैसे आप सोनिया के डार्लिंग थे वैसे ही राहुल भी कांग्रेस के डार्लिंग होंगे।’

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मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 19 से अधिक वर्षो तक पार्टी की सेवा की है। मनमोहन ने कहा, “यह पार्टी के लिए एक नया अध्याय होगा और राहुल गांधी पार्टी को आगे बढ़ाने की परंपराओं को आगे ले जाएंगे।” राहुल गांधी के समर्थन में 90 नामांकन पत्र दाखिल किए जाने की संभावना है। हालांकि, राहुल का यह चुनाव महज एक औपचारिकता है क्योंकि पार्टी के शीर्ष पद के लिए कोई अन्य उम्मीदवार नहीं है। राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के स्थान पर पार्टी अध्यक्ष का पद संभालेंगे। सोनिया गांधी 1998 से इस पद पर हैं और वह सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाली पार्टी प्रमुख हैं। राहुल गांधी जनवरी 2013 में कांग्रेस उपाध्यक्ष बने थे।