जानिये, क्यों पंसद है भगवान कृष्ण को मोरपंख

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हमारे देश भगवान को बहुत महत्व दिया जाता है। भगवान की पूजा-आर्धना जोरो-शोरो से किया जाता है। हर भारतीय ईश्वर की भक्ति में लीन में रहता है। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए आज हम आपके लिए एक धार्मिक वीडियो लाएं है।
आज हम आपके लिए कृष्ण भगवान से जुड़ी हुई, जानकारियों को लेकर आये है। जी हां, क्यों पंसद है भगवान कृष्ण को मोरपंख, ये जानने के लिए वीडियो देखें।
आईये बताते है कि क्यों पंसद है भगवान कृष्ण को मोरपंख…

1. मोर एक ऐसा प्राणी है, जो संपूर्ण जीवन ब्रह्मचार्य का पालन करता है, मोर के आसुओं से ही मोरनी गर्भवती होती है, यही कारण है कि भगवान खुद इतने पवित्र पक्षी के पंख अपने सर पर सजाते है।
2. भगवान कृष्णा अपने मन में शत्रुओं के लिए समान भावना रखते है, इसलिए वो अपने दोस्त नागों और बलराम के दुश्मन मोर के पंख को अपने सर पर सजाते है, जिससे लोगों में एकता का भाव जाग्रत रहें।
3. मान्यता यह है कि राधा जी के महलों में कई सारे मोर रहते थे, जब राधा जी नाचती थी, तब मोर भी नाचते थे, एक दिन मोर का पंख गिर जाता है, तो कृष्णा जी अपने सर पर लगा लेते है। क्योंकि वो उसे प्रेम की निशानी मानते है।
4. मोरपंख में सभी रंग होते है, ऐसे में कृष्णा जी मोरपंख लगा कर यह संदेश देते है कि जीवन रंगों से भरा हुआ है , कभी गहरे रंग तो कभी हल्के रंग इससे जीवन में दुखों-सुखों का आगमन होता रहता है, इसलिए व्यक्ति को दुखी नहीं होना चाहिए।
तो देखा आपने इन वजहों से भगवान कृष्णा को मोर पंख पंसद है।