Kashi Vishwanath: काशी के पर्यटन उद्योग के लिए जौकपॉट साबित होगा विश्वनाथ धाम, बढ़ेगा यूपी के लोगों की जेब का दाम

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Kashi Vishwanath: काशी के पर्यटन उद्योग के लिए जौकपॉट साबित होगा विश्वनाथ धाम, बढ़ेगा यूपी के लोगों की जेब का दाम

हाइलाइट्स

  • काशी के पर्यटन उद्योग के लिए साबित होगा जैकपॉट
  • 2 से 2.5% तक बढ़ सकती है यूपी में प्रति व्यक्ति आय
  • लोकार्पण के दो दिन में ही होटलों के 60% कमरे बुक

विकास पाठक, वाराणसी
काशीपुराधिपति का दिव्‍य और विश्‍वनाथ धाम वाराणसी के अर्थशास्‍त्र यानी पर्यटन उद्योग के लिए जैकपॉट साबित होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों विश्‍वनाथ धाम के लोकार्पण की तस्‍वीरें देश-दुनिया के कोने-कोने पहुंचने से होटलों की धड़ाधड़ बुकिंग आने लगी है। बड़े दिन की छुट्टियों से लेकर आगामी जनवरी तक के लिए दो दिनों में ही होटलों के 60 फीसदी कमरे बुक हो चुके हैं।

अर्थशास्‍त्री प्रो. अनूप मिश्र की मानें तो अगले दो साल तक अगर स्थितियां सामान्‍य रहीं तो विश्‍वनाथ धाम से ही यूपी की प्रति व्‍यक्ति आया में 2 से 2.5 फीसदी तक की वृद्धि होना तय है। धार्मिक यात्रा के साथ पर्यटन की दृष्टि से काशी आने वालों की संख्‍या में काफी इजाफा होने की उम्‍मीद जगी है। इससे सबसे बड़ा बूम सर्विस सेक्‍टर यानी होटल, टूर ऐंड ट्रैवल्‍स कारोबार में आएगा।

यूपी सरकार की 2019-20 में जारी ग्रास स्‍टेट डोमेस्टिक प्रॉडक्‍ट रिपोर्ट में होटल कारोबार का योगदान 19 से 20 फीसदी और ट्रैवल्‍स कारोबार का आठ से नौ फीसदी था। विश्‍वनाथ धाम बनने से होटल सेक्‍टर का योगदान 30 से 32 फीसदी और ट्रैवल्‍स का योगदान 17 से 19 फीसदी होने की संभावना है।

‘विश्‍वनाथ धाम निहारने के लिए पर्यटकों की संख्‍या हर दिन बढ़ने से होटल से लेकर ट्रांसपोर्ट, खानपान का कारोबार बम-बम बोल रहा।’

गोकुल शर्मा, अध्‍यक्ष, बनारस होटल असोसिएशन

‘इस बार टूरिस्ट सीजन रहेगा गुलजार’
शहर के बड़े कारोबारियों का मानना है कि इस बार टूरिस्ट सीजन में काशी पहले से ज्‍यादा गुलजार रहेगी। बनारस के टूरिस्‍ट सीजन में अक्‍टूबर से लेकर मार्च तक का महीना कारोबार के हिसाब से सबसे अच्‍छा माना जाता है, लेकिन कोरोना संकट ने पर्यटन से जुड़े कारोबारियों की कमर तोड़ दी थी। इस बार टूरिस्‍ट सीजन शुरू होने पर देव दीपावली देखने देशी पर्यटकों के अच्‍छी खासी संख्‍या में आने से कारोबारियों को थोड़ी राहत मिली। कोरोना काल से पहले बनारस में 67.50 लाख घरेलू यात्री और तीन लाख से अधिक विदेशी यात्री आए थे।

‘पर्यटकों की संख्या बढ़ने से पर्यटन उद्योग के साथ ही पारंपरिक उद्योग, व्‍यवसाय को भी नई गति मिलेगी।’

राहुल मेहता, अध्‍यक्ष टूरिज्‍म वेलफेयर असोसिएशन

एक पर्यटक से आठ लोगों को फायदा
बनारस के बड़े उद्यमी आशोक गुप्‍ता बताते हैं कि एक पर्यटक स्‍टार श्रेणी के होटल में रुकता है तो आठ लोगों को रोजगार देता है। जबकि सामान्‍य होटल में रुकने पर कम से कम तीन लोगों को रोजगार मिलता है। विश्‍वनाथ धाम का पूरी दुनिया में जिस तरह प्रचार हुआ है, उसे देखकर माना जा रहा है कि पर्यटकों की संख्‍या में दोगुनी तक बढ़ोतरी होगी।

पर्यटन विभाग भी आगे आया
पर्यटन विभाग ने काशी विश्‍वनाथ धाम के साथ विंध्‍यधाम और चंदौली-सोनभद्र के इको टूरिज्‍म को भी जोड़ने की योजना बनाई है। इससे काशी आने वाले धर्म और संस्‍कृति की अलौकिक छटा तो देखेंगे ही, आस-पास के जिलों में प्रकृति की नैसर्गिक सुंदरता से भी रूबरू होंगे।

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