ओड़िसा में बिना इंजन के 10 किलोमीटर तक दौड़ती रही ट्रेन

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शनिवार को उड़ीसा के भुवनेश्वर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. इस घटना ने रेलवे के कर्मचारियों की सावधानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं. दरअसल एक ट्रेन के अंदर करीब हज़ार पेसेंजर्स बैठे थे और इतनी बड़ी टाडा में यात्री लिए ये ट्रेन बिना इंजन के दौड़ रही थी. ट्रेन के 22 कोच बिना इंजन के दौड़ते रहे और बाहर स्टेशन पर खड़े लोग यात्रियों को चेन खींचने के लिए कहते दिखे.

जब ये घटना हुई उस वक़्त स्टेशन पर ट्रेन के इंजन को चेंज किया जा रहा था. लेकिन जिस वक्त इंजन को हटाया गया उस वक्त चार्ज पर रहे शख्स ने ब्रेक नहीं लगाया. जिसकी वजह से ट्रेन अपने आप चल पड़ी. इस दौरान पटरी पर यदि कोई दूसरी ट्रेन आ रही होती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. 10 किलोमीटर दौड़ने के बाद किसी तरह ट्रेन को रोका गया.

जिस ट्रेन के साथ ये हादसा हुआ उस ट्रेन का नाम था अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस. इसे संबलपुर रेलवे डिविजन के स्टेशन पर रोककर दूसरी दिशा में ले जाने के लिए इंजन का छोर बदला जाता है. शनिवार रात 10 बजे तितलागढ़ स्टेशन पर इंजन बदलने की प्रक्रिया चल रही थी, जिसके बाद ये घटना हुई. तितलागढ़ उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर से 380 किलोमीटर दूर है.

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PTI की खबर के मुताबिक, सभी यात्री सुरक्षित हैं. किसी भी यात्री को कुछ नहीं हुआ जब केसिंगा की तरफ ट्रेन चल पड़ी थी. ईस्ट कोस्ट रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि 5 रेलकर्मियों को सुबह निलंबित कर दिया गया, जबकि दो रेलकर्मियों को इंजन से बोगियों को अलग करने के दौरान हुई लापरवाही के समय ही निलंबित कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि इंजन के तीन चालकों, मरम्मत करने वाले तीन कर्मचारियों और ऑपरेटिंग विभाग के दो कर्मचारियों को निलंबित किया गया है.

यहाँ देखिये टीवी न्यूज़ चैनल द्वारा साझा किया गया एक विडियो. इस वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि ट्रेन के दोनों छोर पर कोई इंजन नही है और बहार खड़े लोग चैन खींचने का इशारा कर रहे हैं.