हमीरपुर : ठेका कर्मचारियों ने आखिरकार खत्म की हड़ताल

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गाँवों ,शहरों और कस्बों में अपनी मांगों को लेके कर्मचारी कई बार हड़ताल पर बैठ जाते है l कर्मचारियों के हड़ताल पर बैठ जाने से कई बार स्थानीय लोगो को कई तरह की तकलीफों का  सामना करना पड़ता है l ऐसी ही एक हड़ताल हुई उत्तरप्रदेश के हमीरपुर में l

हमीरपुर में ठेका कर्मचारियों की हड़ताल 

दरअसल ,हमीरपुर में शनिवार 19 मई 2018 को जल संसथान में ठेके कर्मियों ने सुबह  हड़ताल शुरू कर दी l जिसके कारण रहमानियां इंटर कॉलेज मार्ग की मुख्य पाइप लाइन फटने से आधा दर्जन से अधिक मोहल्ले पानी की किल्लत से जूझने लगे। ठेका कर्मियों ने ,हैंडपंप मरम्मत व नलकूप संचालन का कार्य बंद दिया l जब कुछ कर्मचारी  ठेका कर्मियों से बात करने पहुंचे तो उन्होंने ने साफ़ मना कर दिया l कर्मियों से अधिशाषी अभियंता की वार्ता विफल होने के बाद ठेकेदार को मौके पर बुलाया गया। गौरतलब है कि इस मामले की देख रेख सब उपजिलाधिकारी सुरेश ने की l

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क्या थी उनकी मांग ?
आपको बता दें कि, ठेकेदार के आने के बाद रात करीब 11 बजे ठेकेदार और कर्मचारियों के बीच बातचीत पूरी हुई। दरअसल उनकी मुख्य मांग थी श्रम विभाग में पंजीयकरन और बीमा lआपको बता दें कि कर्मियों से वायदा किया गया है कि उनका बीमा एक सप्ताह में करा दिया जाएगा। तब तक वह काम करेंगे। यदि इसके बाद भी उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई तो कर्मी पुन: अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने को मजबूर होंगे।

आखिरकार  हड़ताल की खत्म
आखिरकार , कर्मियों की मांगे मानने के पश्चात् ,संस्थान में ठेके के कर्मियों की हड़ताल खत्म हो गई। हड़ताल के चलते कस्बे की पेयजल व्यवस्था गड़बड़ा गई थी। देर रात बातचीत के बाद , आखिरकार रविवार दोपहर बाद से पेयजल व्यवस्था सुचारु हो गई। वहीं 36 घंटे बाद कस्बे के एक चौथाई भाग को पानी मिलने से राहत की सांस ली।

हड़ताल ने प्रभावित किया जीवन
आपको बता दें ,कि ठेकाकर्मियों के हड़ताल के कारण कस्बे में जल की कमी हो गयी थी l जिसके बाद 36 घंटे से अधिक समय तक पानी के लिए तरस रहे कस्बे वासियों की प्यास बुझाने के लिए जल संस्थान ने दो टैंकर लगाकर पानी मुहैया कराना शुरू कर दिया। उधर मुख्य पेयजल की लाइन को कार्यालय के वृद्ध कर्मी भद्दी ने अकेले ही भीषण गर्मी के बीच ठीक कर लिया। तब रविवार को पानी की सुचारू रूप से आपूर्ति शुरू हो सकी।