उबर की चार साल की महा उपलब्धि ।

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ऊबर भले ही सैन फ्रांसिस्को स्थित हेडक्वॉर्टर में संकट का सामना कर रही हो, लेकिन भारत में वह जोरदार ढंग से कारोबार बढ़ा रही है। दुनिया की सबसे बड़ी ऐप बेस्ड टैक्सी ऐग्रिगेटर ने हाल ही में इंडिया में 50 करोड़ ट्रिप्स का आंकड़ा पूरा किया है। भारत में ऊबर के कारोबार को चार साल हो चुके हैं और उसका कहना है कि जुलाई में उसने 94 लाख ट्रिप्स प्रति सप्ताह का आंकड़ा हासिल किया। पिछले साल अगस्त में ऊबर 55 लाख ट्रिप्स प्रति सप्ताह के लेवल पर थी।

ट्रिप्स में इस उछाल के साथ लग रहा है कि ऊबर मार्केट लीडर ओला के साथ फासला तेजी से घटा रही है। हालांकि ऐनालिस्ट्स का अनुमान है कि इंडियन कंपनी ओला अपने ऊंचे औसत किरायों के साथ आमदनी के मामले में आगे है। तुलना के लिहाज से देखें तो ऊबर ने जुलाई के दौरान अपने कारोबार वाले 29 भारतीय शहरों में 13 लाख राइड्स के लिए सेवा दी। कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव्स ने ईटी को बताया कि इसमें शेयर्ड कैब राइड्स भी शामिल थीं। ओला ने ट्रिप के आंकड़े नहीं दिए हैं।

ऊबर के प्रवक्ता ने कहा, ‘पिछले 12 महीनों में हमारा फोकस कुशलता बढ़ाने और ओवरऑल प्रॉडक्ट एक्स्पीरियंस बेहतर करने पर रहा है। इसके साथ ही हमने राइडर्स और ड्राइवर पार्टनर्स के साथ संबंध मजबूत करने पर जोर दिया।’ ऊबर ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म पर 450000 रजिस्टर्ड ड्राइवर हैं, जिनमें से 285000 जुलाई में ऐक्टिव थे। वहीं ओला के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के 800000 ड्राइवर पार्टनर हैं।

ओला के प्रवक्ता ने कहा, ‘राइड शेयरिंग इंडस्ट्री में ओला मार्केट लीडर बनी हुई है। हम मेड फॉर इंडिया कैटिगरीज को अपने कारोबार वाले 110 शहरों में बढ़ा रहे हैं।’
पिछले सालभर में इन दोनों कंपनियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ओला और ऊबर के ड्राइवरों की सैलरी और इन्सेंटिव्स में नाटकीय ढंग से कमी की गई थी, जिससे वे हड़ताल पर चले गए थे और कई ड्राइवरों को अपने बैंक लोन चुकाने में दिक्कत हुई थी।

ईटी ने खबर दी थी कि अकेले बेंगलुरु में एसबीआई को 60 करोड़ रुपये के लोन डिफॉल्ट का सामना करना पड़ा और उसने शहर में ओला के ड्राइवरों को लोन देना बंद कर दिया था। वहीं आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा फाइनेंस और टाटा मोटर्स फाइनेंस को भी लोन डिफॉल्ट्स का सामना करना पड़ा है। रिसर्च फर्म रेडसीयर कंसल्टिंग के अनुसा, दोनों कंपनियों ने मार्च 2017 क्वॉर्टर में ड्राइवरों का इन्सेंटिव 30 से 40 पर्सेंट घटा दिया था और ऐसा यूनिट इकनॉमिक्स पर फोकस करने के लिए किया गया था।

वैलोराइजर कंसल्टेंट्स के पार्टनर जसपाल सिंह ने कहा, ‘ओला और ऊबर को मिलाकर देखें तो दोनों एक महीने में करीब 7 करोड़ ट्रिप्स कर रही हैं। ऊबर 29 और ओला 110 शहरों में कारोबार कर रही है, लेकिन उनकी ट्रिप्स का अधिकांश हिस्सा टॉप 30 शहरों में से आता है और दोनों ही कंपनियों की आमदनी में इन शहरों का योगदान 90 से 95 पर्सेंट है। अकेले दिल्ली शहर ही 10-12 पर्सेंट ट्रिप्स का योगदान कर रहा है। उसके बाद मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और अन्य शहरों का नंबर है।’