सरकारी तेल कंपनियों ने एक साल में कमाए इतने हज़ार करोड़ रूपए

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पेट्रोलियम के GST से बहार होने की वजह से तेल कंपनिया अच्छा खासा मुनाफा कमा रही है. एक और जहाँ तेल कंपनिया मालामाल हो रही है वही दूसरी तरफ आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है. पेट्रोलियम पर केंद्र और राज्य द्वारा अलग-अलग टैक्स थोपने की वजह से तेल के दाम नयी उचाईओ को छु रहे है.संसद में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से पूछे जाने पर उन्होंने ने बताया की अभी पेट्रोल- डीज़ल को GST के दायरे में लाने पर कोई फैसला नहीं हुआ है. ऐसे फैसले GST काउंसिल ही ले सकती है. पेट्रोलियम मंत्री के इस बयान से अनुमान लगाया जा सकता है की बड़े हुए दामो से जनता को अभी कोई निजात नहीं मिलेगी.

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सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष 2017-2018 के अपनी तेल कंपनियो का जो मुनाफा बताया है उसे जान कर आप हैरान हो जायेंगे. सरकारी तेल कंपनियो ने लगभग 68 हज़ार करोड़ रूपए पिछले एक साल में कमाए है. प्राइवेट कंपनियो की बात करे तो सरकार ने बताया की उनके पास प्राइवेट कंपनियो की कमाई का कोई ब्यौरा नहीं है और न ही वो रखती है. सरकारी आकड़ो के मुताबिक दस सरकारी तेल कंपनियो ने महेज एक साल में 12.92 लाख करोड़ रूपए से ज्यादा का कारोबार किया. वही इस दौरान कंपनियो ने 68596.07 करोड़ का मुनाफा किया.

सबसे ज्यादा इंडियन ऑयल हुआ मालामालः इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने वर्ष 2017-18 में सबसे ज्यादा 509842.00 करोड़ रुपये का कारोबार किया, वहीं कमाई 21,346 करोड़ रुपये हुई. दूसरे नंबर पर भारत पेटोलियम रहा. इसने 277162.23 करोड़ कारोबार और 7919.34 लाख रुपये का मुनाफा कमाया. तीसरे स्थान पर रहे हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने 244085.12 करोड़ रुपये का कुल कारोबार किया, वहीं लाभ 6357.07 करोड़ रुपये हुआ. तेल और प्राकृतिक गैस निगम ने 85004 करोड़ का कारोबार और 19945 करोड़ का लाभ कमाया. कुल दस सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में कारोबार के मामले में सबसे नीचे इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड कंपनी रही. जिसने 1787.58 करोड़ का कारोबार और 377.87 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया.

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पेट्रोलियम मंत्रालय के अधीन आने वाली तेल और गैस कंपनियों के कारोबार और लाभ की सरकार ने संसद में  लिखित जानकारी दी.