flood: नर्मदा, ताप्ती और बेतवा का जल स्तर बढ़ा, बाढ़ से घिर गए कई जिले | flood in madhya pradesh heavy rainfall many district | Patrika News
मध्यप्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं। प्रदेश की सबसे बड़ी नदी नर्मदा, ताप्ती और बेतवा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है। क्योंकि डैम खुलने की स्थिति में इन नदियों में बाढ़ आ जाती है।
नर्मदा और ताप्ती नदी का जल स्तर बढ़ने लगा
नर्मदापुरम से खबर है कि रविवार से सोमवार तक 4.4 इंच अधिक बारिश होने से निचली बस्तियों में पानी घुस गया है। वहीं नर्मदा का जल स्तर सेठानी घाट पर 935.50 फीट से बढ़कर 9.38.30 हो गया है। यह स्थिति तवा डैम के गेट खोलने के कारण बनी है। बताया जाता है कि यहां जब भी तवा, बारना और बरगी डैम के गेट खोले जाते हैं तो नर्मदा नदी में बाढ़ आ जाती है। यह डैम पहले से ही पूरे भर चुके हैं, जिसमें से लगातार थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है। इधर, मुलताई से निकली ताप्ती नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है।
विदिशा में तबाही
लगातार बारिश से विदिशा जिले में साढ़े तीन घंटे में ही साढ़े आठ इंच बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई कालोनियां जलमग्न हो गई है और घरों में भी पानी घुस गया है। बताया जा रहा है कि पिछले 25 सालों में यह सबसे अधिक बारिश है। कई निचली बस्तियों में रेस्क्यू आपरेशन भी चलाया गया है। विदिशा में एक कार और आटो के बहने की भी खबर है।
रायसेन में भी उफनी नदियां
इधर रायसेन जिले में भी नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। कई गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि अभी और भी भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
छिंदवाड़ा में पांच घंटे बंद रहा रास्ता
छिंदवाड़ा से खबर है कि नदी-नाले उफान पर होने से नागपुर हाईवे बंद रहा। यहां रामाकोना के पास गहरानाला उफान पर है। यहां पांच घंटे तक राजमार्ग बंद रहा। इसके अलावै सौंसर में 48 घंटों से जारी लगातार बारिश से 15 इंच पानी गिर चुका है। यहां भी बाढ़ जैसे हालात हैं। छिंदवाड़ा से जुड़े आसपास के करीब 50 गांवों का सड़क संपर्क भी टूट गया है।
भोपाल में तीन इंच से ज्यादा बारिश
राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां भी तेज बारिश का दौर जारी है। पिछले दो दिनों में 10 इंच बारिश हो चुकी है। राजधानी के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. कालोनियों में पानी ही पानी नजर आ रहा है।
फ्लाइट डायवर्ट
भोपाल आने वाली कई फ्लाइट पर भी मौसम का असर पड़ा है। दिल्ली, मुंबई से भोपाल आने वाली फ्लाइट को सोमवार को इंदौर डायवर्ट कर दिया गया था। मंगलवार को भी मौसम गड़बड़ रहा तो फ्लाइटों पर असर देखा जा सकता है।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं। प्रदेश की सबसे बड़ी नदी नर्मदा, ताप्ती और बेतवा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है। क्योंकि डैम खुलने की स्थिति में इन नदियों में बाढ़ आ जाती है।
नर्मदा और ताप्ती नदी का जल स्तर बढ़ने लगा
नर्मदापुरम से खबर है कि रविवार से सोमवार तक 4.4 इंच अधिक बारिश होने से निचली बस्तियों में पानी घुस गया है। वहीं नर्मदा का जल स्तर सेठानी घाट पर 935.50 फीट से बढ़कर 9.38.30 हो गया है। यह स्थिति तवा डैम के गेट खोलने के कारण बनी है। बताया जाता है कि यहां जब भी तवा, बारना और बरगी डैम के गेट खोले जाते हैं तो नर्मदा नदी में बाढ़ आ जाती है। यह डैम पहले से ही पूरे भर चुके हैं, जिसमें से लगातार थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है। इधर, मुलताई से निकली ताप्ती नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है।
विदिशा में तबाही
लगातार बारिश से विदिशा जिले में साढ़े तीन घंटे में ही साढ़े आठ इंच बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई कालोनियां जलमग्न हो गई है और घरों में भी पानी घुस गया है। बताया जा रहा है कि पिछले 25 सालों में यह सबसे अधिक बारिश है। कई निचली बस्तियों में रेस्क्यू आपरेशन भी चलाया गया है। विदिशा में एक कार और आटो के बहने की भी खबर है।
रायसेन में भी उफनी नदियां
इधर रायसेन जिले में भी नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। कई गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि अभी और भी भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
छिंदवाड़ा में पांच घंटे बंद रहा रास्ता
छिंदवाड़ा से खबर है कि नदी-नाले उफान पर होने से नागपुर हाईवे बंद रहा। यहां रामाकोना के पास गहरानाला उफान पर है। यहां पांच घंटे तक राजमार्ग बंद रहा। इसके अलावै सौंसर में 48 घंटों से जारी लगातार बारिश से 15 इंच पानी गिर चुका है। यहां भी बाढ़ जैसे हालात हैं। छिंदवाड़ा से जुड़े आसपास के करीब 50 गांवों का सड़क संपर्क भी टूट गया है।
भोपाल में तीन इंच से ज्यादा बारिश
राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां भी तेज बारिश का दौर जारी है। पिछले दो दिनों में 10 इंच बारिश हो चुकी है। राजधानी के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. कालोनियों में पानी ही पानी नजर आ रहा है।
फ्लाइट डायवर्ट
भोपाल आने वाली कई फ्लाइट पर भी मौसम का असर पड़ा है। दिल्ली, मुंबई से भोपाल आने वाली फ्लाइट को सोमवार को इंदौर डायवर्ट कर दिया गया था। मंगलवार को भी मौसम गड़बड़ रहा तो फ्लाइटों पर असर देखा जा सकता है।