नई दिल्ली: अब जल्द ही सरकार आधार को ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक करने जा रहीं है. इस बात कि जानकारी खुद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दी है.
जी हां, फगवाड़ा में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में चल रही 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में अपने अध्यक्षीय भाषण को देते हुए कहा केंद्रीय मंत्री ने कहा की हम जल्द एक कानून लाने जा रहें है जो ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार को लिंक करना जरूरी कर देगा.
उन्होंने लिंकिंग की अनिवार्यता पर जोर देते हुए बताया की दुर्घटना का कारण बनने वाले आरोपी घटनास्थल से भाग जाता है और उसे डुप्लीकेट लाइसेंस प्राप्त हो जाता है. इस कारण उसे छुटने में भी काफी मदद मिलती है. इसके अलावा आधार लिंकेज से आप अपना नाम तो बदल सकते है, लेकिन आप अपना बायोमेट्रिक्स नहीं बदल सकते है, न ही आईरिस और न ही उंगलियों के निशान को.
इसलिए इस आने वाले नए नियम के तहत अगर आप डुप्लीकेट लाइसेंस बनवाने के लिए जाते है, तो सिस्टम कहेगा की इस शख्स के पास पहले से ही ड्राइविंग लाइसेंस है और इसे नया नहीं देना चाहिए. इस दौरान रविशंकर ने ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम के बारे में वार्ता करते हुए यह दावा किया है कि इसने शहरी-ग्रामीण विभाजन को खत्म कर दिया है.
एक शक्ति प्रस्तुति के माध्यम उन्होंने आगे कहा है कि यह भारत का डिजिटल प्रोफाइल है- 123 करोड़ आधार कार्ड, 44.6 करोड़ स्मार्टफोन, 56 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता, 121 करोड़ मोबाइल फोन, ई-कॉमर्स में 51 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी हुई है. भारत में करीब एक सौ तीस करोड़ आबादी है. उन्होंने यह भी बताया कि देश में डिजिटल भुगतान लेन-देन 2017-18 में कई गुना ज्यादा बढ़कर 2,070 करोड़ रुपये हो गया है. बता दें की इस दौरान लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक मित्तल, पंजाब भाजपा के अध्यक्ष श्वेत मलिक और फगवाड़ा के विधायक सोम प्रकाश भी मौजूद थे.