Door to Door E-waste Collection – वैन को दिखाई हरी झंडी
Door to Door E-waste Collection-राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से अंतरराष्ट्रीय ई-वेस्ट दिवस के अवसर पर मंडल मुख्यालय से डोर टू डोर ई-वेस्ट संग्रहण के लिए मोबाइल वैन रवाना की गई। मंडल अध्यक्ष वीनू गुप्ता ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
ई-कलेक्शन ड्राइव के तहत मोबाइल वैन के जरिए किया जाएगा
जयपुर। Rajasthan State Pollution Control Board की ओर से अंतरराष्ट्रीय ई-वेस्ट दिवस के अवसर पर मंडल मुख्यालय से डोर टू डोर ई-वेस्ट संग्रहण के लिए मोबाइल वैन रवाना की गई। मंडल अध्यक्ष वीनू गुप्ता ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने बताया कि 14 से 24 अक्टूबर तक चलने वाली ई-कलेक्शन ड्राइव के तहत राज्य में ई-वेस्ट के अधिकृत डिस्मेंटलर, रिसाईकलर्स द्वारा उपयोगकर्ताओं से ई-वेस्ट एकत्रित किया जाएगा और उन्हें इसके लिए उचित प्रोत्साहन राशि व प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इस अवसर पर गुप्ता ने ई-वेस्ट टेक बैक वेब पोर्टल का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर मंडल मुख्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वीनू गुप्ता ने कहा कि राज्य में ई-वेस्ट के अध्ययन के लिए एन्वायर्नमेंट प्रोटेक्शन ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैदराबाद के साथ एमओयू किया गया है। इसके तहत संस्था द्वारा राज्य के 5 शहरों जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा तथा उदयपुर में ई-वेस्ट का अध्ययन किया जाएगा। इससे राज्य में ई-वेस्ट उत्पन्न होने की मात्रा और निस्तारण की सही गणना की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि तकनीक के विकास के साथ साथ ई-वेस्ट में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। नगरों के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी ई-वेस्ट की समस्या तेजी से बढ़ रही है, इसीलिए ई-वेस्ट की री साइक्लिंग को वृहद स्तर पर किए जाने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने रीसाइक्लर्स को कहा कि उन्हें प्रति वर्ष कम से कम 30 हजार मीट्रिक टन ई-कचरे के निस्तारण का लक्ष्य लेकर काम करना होगा।
मंडल के सदस्य सचिव आनंद मोहन ने बताया कि राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से अंतरराष्ट्रीय-ई-वेस्ट दिवस-2021 का पहली बार आयोजन किया गया है। इस अवसर पर भीलवाड़ा, जोधपुर, अलवर व भिवाड़ी के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों एवं रिहायशी कॉलोनियों, रेजिडेन्शियल वेलफेयर एसोसिएशन, शॉपिंग मॉल व अन्य वाणिज्यिक संस्थानों के लिए ई-वेस्ट कलेक्शन ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है।
Door to Door E-waste Collection-राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से अंतरराष्ट्रीय ई-वेस्ट दिवस के अवसर पर मंडल मुख्यालय से डोर टू डोर ई-वेस्ट संग्रहण के लिए मोबाइल वैन रवाना की गई। मंडल अध्यक्ष वीनू गुप्ता ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
ई-कलेक्शन ड्राइव के तहत मोबाइल वैन के जरिए किया जाएगा
जयपुर। Rajasthan State Pollution Control Board की ओर से अंतरराष्ट्रीय ई-वेस्ट दिवस के अवसर पर मंडल मुख्यालय से डोर टू डोर ई-वेस्ट संग्रहण के लिए मोबाइल वैन रवाना की गई। मंडल अध्यक्ष वीनू गुप्ता ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने बताया कि 14 से 24 अक्टूबर तक चलने वाली ई-कलेक्शन ड्राइव के तहत राज्य में ई-वेस्ट के अधिकृत डिस्मेंटलर, रिसाईकलर्स द्वारा उपयोगकर्ताओं से ई-वेस्ट एकत्रित किया जाएगा और उन्हें इसके लिए उचित प्रोत्साहन राशि व प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इस अवसर पर गुप्ता ने ई-वेस्ट टेक बैक वेब पोर्टल का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर मंडल मुख्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वीनू गुप्ता ने कहा कि राज्य में ई-वेस्ट के अध्ययन के लिए एन्वायर्नमेंट प्रोटेक्शन ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैदराबाद के साथ एमओयू किया गया है। इसके तहत संस्था द्वारा राज्य के 5 शहरों जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा तथा उदयपुर में ई-वेस्ट का अध्ययन किया जाएगा। इससे राज्य में ई-वेस्ट उत्पन्न होने की मात्रा और निस्तारण की सही गणना की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि तकनीक के विकास के साथ साथ ई-वेस्ट में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। नगरों के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी ई-वेस्ट की समस्या तेजी से बढ़ रही है, इसीलिए ई-वेस्ट की री साइक्लिंग को वृहद स्तर पर किए जाने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने रीसाइक्लर्स को कहा कि उन्हें प्रति वर्ष कम से कम 30 हजार मीट्रिक टन ई-कचरे के निस्तारण का लक्ष्य लेकर काम करना होगा।
मंडल के सदस्य सचिव आनंद मोहन ने बताया कि राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से अंतरराष्ट्रीय-ई-वेस्ट दिवस-2021 का पहली बार आयोजन किया गया है। इस अवसर पर भीलवाड़ा, जोधपुर, अलवर व भिवाड़ी के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों एवं रिहायशी कॉलोनियों, रेजिडेन्शियल वेलफेयर एसोसिएशन, शॉपिंग मॉल व अन्य वाणिज्यिक संस्थानों के लिए ई-वेस्ट कलेक्शन ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है।