DLS Method: जानिए उस DLS नियम के बारे में जिसने भारत को दिला दी 5 रनों से जीत, बांग्लादेश में पसरा सन्नाटा

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DLS Method: जानिए उस DLS नियम के बारे में जिसने भारत को दिला दी 5 रनों से जीत, बांग्लादेश में पसरा सन्नाटा


DLS Method: जानिए उस DLS नियम के बारे में जिसने भारत को दिला दी 5 रनों से जीत, बांग्लादेश में पसरा सन्नाटा

नई दिल्ली: आईसीसी टी20 विश्व कप 2022 में भारतीय टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 184 रनों का मजबूत लक्ष्य खड़ा किया। टूर्नामेंट में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए टीम इंडिया को इस लक्ष्य का बचाव करने में मुश्किल नहीं होनी चाहिए थी लेकिन हुआ ठीक इसके उलट। दूसरी पारी में जब बांग्लादेश के बल्लेबाज लक्ष्य का पीछा करने उतरे तो लिटन दास ने सबको हैरान कर दिया। पावर प्ले के पहले छह ओवर में लिटन ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम के स्कोर 60 रनों के पार पहुंचा दिया। इस दौरान उन्होंने अपना अर्धशतक भी पूरा किया लेकिन असली खेल तो होना अभी बाकी था।

पावर प्ले खत्म होने के बाद ही एडिलेड ने बारिश ने अपनी दखल दे दी। इस कारण खेल को रोकना पड़ा गया। खिलाड़ी वापस डग आउट में चले गए और दोनों खेमे में अब सोच विचार का दौर जारी हो गया। क्योंकि दोनों टीमों के लिए यह मैच सेमीफाइनल के लिए काफी अहम था। हालांकि इस बीच बारिश रुकी और खेल को दोबारा शुरू किया गया लेकिन अब बांग्लादेश के सामने लक्ष्य अलग था।

मैच के बाद बदल गया खेल का रुख

दरअसल बारिश के कारण एक तय समय के भीतर खेल को शुरू नहीं किया जा सका जिसके कारण डकवर्थ लुईस नियम को लागू कर ओवरों में कटौती कर दी गई। अब जब ओवर कम किए गए तो लक्ष्य को भी बदला गया। ऐसे में अब दोनों टीमों को नए सिरे से रणनीति बनानी पड़ी और वे फिर मैदान पर उतरे। हालांकि इस दौरान फैंस और दर्शकों के मन में जरूर यह बात आई होगी कि वह आखिर यह डकवर्थ का नियम कैसे काम करता है और इसे कैसे लागू किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस नियम के बारे में।

क्या है डकवर्थ का नियम

डकवर्थ लुईस का नियम क्रिकेट फैंस को हमेशा से चकराती रही है। इस नियम के तहत दिए जाने वाले लक्ष्य या नतीजों को लेकर अक्सर आलोचना होती रही है लेकिन हकीकत यह भी है कि इस पद्धति के अलावा अन्य कोई मेथड बारिश या अन्य बाधा से रुके मुकाबलों में नतीजे देने में खरी नहीं उतर पाई है।

दरअसल डकवर्थ-लुईस पद्धति में जिन दो चीजों के आधार पर गणना होती है, वह है- बचे हुए ओवर और बचे हुए विकेट। मैच के दौरान इसी को ध्यान में रखकर कोई टीम अपने खेल तेज या फिर धीमी करती है। इस कारण डकवर्थ-लुईस नियम में भी इन दोनों फैक्टर के आधार पर ही नतीजे दिए जाते हैं। डकवर्थ-लुईस पद्धति में इसके लिए एक टेबल बनाया गया है। इसमें बचे हुए ओवर और विकटों के आधार पर एक टीम के पास कितने और रिसोर्स शेष बचे हैं उस पर रन, ओवर या और विकेट के वैल्यू को निकाला जाता है।

उदाहरण के तौर पर अगर कोई टीम एक टी20 मैच में 7 ओवर खेल चुकी है और उसके 3 विकेट गिर चुके हैं तो ऐसी स्थिति में वह अपने रिसोर्स का लगभग 45 प्रतिशत ही खर्च किया है। ऐसे में बचे हुए बांकी के रिसोर्स वैल्यू पर नए लक्ष्य और ओवर को संशोधित किया जाएगा।

डकवर्थ का नियम: टीम-2 का लक्ष्य = टीम-1 का स्कोर * (टीम-2 द्वारा उपयोग किए गए रिसोर्स/टीम-1 द्वारा उपयोग किए गए रिसोर्स)

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