उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट जनता की नब्ज टटोलने में जुटे, खेत में बिताई रात

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लोकसभा चुनाव में मिली क़रारी शिकस्त के मूल कारणों का पता लगाने के लिए उपमुख्यमंत्री व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट जुट गए है। दरअसल, वह लगातार ज़िलों का दौरा कर जनता से सीधा संवाद कर ये ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं कि आख़िर किन वजहों से कांग्रेस पार्टी को लोगों ने नकार दिया। हार के कारणों पर उनका जनता से सीधा जुड़ाव दर्शाता है कि वह कांग्रेस की हार को लेकर काफ़ी संवेदनशील है। इसी सिलसिले में राजस्थान के गांव में पहुंचे।

लोकसभा चुनाव के नतीजे आ जाने के बाद कांग्रेस प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व कांग्रेस के बुरे प्रदर्शन की मुख्य वजह खोजने में लगा हुआ है। खुद उपमुख्यमंत्री व प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सचिन पायलट ने अपनी तरफ़ कमान संभाल ही है। पायलट ने ज़िलों में जाकर लोगों की जनसुनवाई कार्यक्रम शुरू किया है। 6 जून को अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक में जनसुनवाई करने के बाद पायलट अब रविवार से जालौर-सिरोही और पाली जिले के दो दिवसीय दौरे पर हैं। पायलट के दौरे का आज दूसरा दिन है। पायलट आज दिनभर तीनों जिलों में विभागीय कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही लोगों की जनससम्याएं सुन उनका निस्तारण भी करेंगे।

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खेत में किया रात्रि विश्राम

अपने जनसुनवाई कार्यक्रम से पहले पहले इससे पहले रविवार को दिनभर कई विभागों की समीक्षा और ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद सचिन पायलट ने जालोर ज़िले के कासेला गांव के खेत में रात्रि विश्राम किया। स्थानीय कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पायलट के खेत में रात्रि विश्राम करने के पीछ ये वजह है कि पायलट किसानों के बीच में रहकर उनकी समस्याओं को जान सके और ये पता लगा सके कि किसान 50 डिग्री तापमान पर कैसे अपनी जिंदगी जीता है।

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