Cheating में रिकाॅर्ड तोड़ राजस्थान, बनियान..अंडरवियर…चप्पल..मास्क से लेकर इन दस तरीकों से की नकल

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Cheating में रिकाॅर्ड तोड़ राजस्थान, बनियान..अंडरवियर…चप्पल..मास्क से लेकर इन दस तरीकों से की नकल

राजस्थान में पिछले कुछ सालों में इन सात बड़ी परीक्षाओं में नकल के नए तरीके सामने आए हैं। जिनसे अफसर भी चकमा खा गए।

जयपुर
राजस्थान में पिछले महीने हुई सरकारी परीक्षाओं में नकल के ऐसे मामले सामने आए हैं कि पुलिस और सरकार अब तक घिरी हुई है। कोर्ट ने दखल देना शुरु कर दिया है और लाखों अभ्यर्थियों की सांसे उपर नीचे होने लगी है। रीट परीक्षा में हुई नकल ने तो सारे रिकाॅर्ड ही तोड़ दिए। लेकिन इस बीच पिछले कुछ सालों से राजस्थान में होने वाली नकल के तरीकों पर गौर किया जाए तो इन तरीकों ने देश भर में राजस्थान को बदनाम कर दिया है। देश के किसी भी राज्य से शायद ही इतने तरीके नकल के सामने आए हों जितने राजस्थान में पिछले कुछ सालों में सामने आए हैं। कई बड़ी परीक्षाओं का तजुर्बा रखने वाले आईएएस और आईपीएस अफसर भी इन तरीकों से मात खा गए हैं। अभ्यर्थियों ने बनियान ने लेकर मास्क तक को हाईटेक कर लिया और रीट में मिली ब्लूटूथ चप्पल ने तो नकल के नए आयाम ही बना दिए। राजस्थान में पिछले कुछ सालों में इन सात बड़ी परीक्षाओं में नकल के नए तरीके सामने आए हैं। जिनसे अफसर भी चकमा खा गए।

1 ब्लूटूथ लगी बनियान से हो रही थी नकलए मूवमेंट पर नजर पडी तो उतराई बनिचान
चार साल पहले आरपीएस सैकेंड ग्रेड परीक्षा के दौरान जोधपुर में कुछ अभ्यर्थियों को पकडा गया। वे बनियान में एक छोटी पाॅकेट में सिलाकर ब्लू टूथ डिवाईस लेकर वहां पहुचे थे। परीक्षा के दौरान बार बार जब शर्ट के अंदर चेहरा डालकर कुछ बोल रहे थे तो प्रभारी की नजर पडी और भेद खुला। बीएसटीसी परीक्षा में भी बनियान से ब्लूटूथ डिवाईस बरामद हुआ था।

2 परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाने का तरीका राजस्थान में नकलचियों ने किया उजागर
पांच साल के दौरान प्रदेश में हुई सात से आठ भर्ती परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाने का सिलसिला शुरु हो गया है। दो बार पुलिस भर्ती परीक्षाए रीट परीक्षाए जेईएन परीक्षा समेत कई परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी सामने आए हैं जो कमजोर छात्रों की जगह परीक्षा देने के लिए रुपए लेकर परीक्षा में बैठते हैं। सत्तर से ज्यादा डमी अभ्यर्थी कुछ सालों में पुलिस ने दबोचे हैं राजस्थान में।

3 मास्क में ब्लूटूथ चिपए 15 लाख मास्क नए मंगाए गए
12 सितंबर को देश भर के कई सेंटर्स में हुई नीट परीक्षा में राजस्थान में नकल का बड़ा खेल उजागर हुआ। डमी अथ्यर्थी तो बैठे ही साथ ही सीकर से कुछ परीक्षार्थी पकडे गए तो अपने एन95 मास्क में ब्लूटूथ चिप लगाकर परीक्षा दे रहे थे। उनके हाव भाव से प्रभारी ने उनको पकडा तो भेद खुला। बाद में रीट परीक्षा में तो मास्क ही सरकार को अपनी ओर से देने पडे। सरकार को पंद्रह लाख मास्क नए मंगाने पडे रीट परीक्षा में।

4 परीक्षा केंद्र के बाहर जीप में बैठकर सोल्व हो रहे थे पेपर
दो से तीन साल पहले जयपुर समेत प्रदेश भर मे हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में परीक्षार्थी माईक्राफोन कपडो में छुपकार ले गए थे। माइक्रोफोन से वे अपने साथियों से प्रश्न के हल पूछ रहे थे जो कि परीक्षा केंद्रों के पास ही जीपों और कारों में बैठे थे। इस परीक्षा को बाद में रद्द कर दिया गया और दुबारा आवेदन कर परीक्षा कराई गई।

5 फटी चप्पल ने खोल दी सारी पोल
हाल ही में रीट में बीकानेर मे मिली छह लाख रुपए की चप्पल ने तो नकल के सारे रिकाॅर्ड ही ध्वस्त कर दिए। फटी चप्पल को बनाने वाला अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। हांलाकि चप्पल खरीदकर नकल करने वाले कई रीट अभ्यर्थी धरे जा चुके हैं।

6 अंडरगारमेंट ने सिम और ब्लूटूथ डिवाईस उगलना शुरु किया तो
रीट और नीट परीक्षा के दौरान लेडिल और जेंट्स अंडरगारमेंट में ब्लूटथ डिवाईस छुपाकर ले जाने के मामले भी सामने आए हैं। इन केसेज के बाद कई अभ्यर्थियों को पूरे कपडे तक उतारकर चैकिंग करानी पडी।

7 परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी पर लगे पुलिसवाले खुद कराने लगे नकल
रीट परीक्षा के दौरान तो परीक्षा केंद्र पर लगे प्रभारी और पुलिस गार्ड तक खुद उत्तर बताने लगे। पुलिस सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी अपनी पत्नी और बहनों को नकल कराते पकडे गए। यहां तक कि आधा घंटा पहले ही उनको पेपर दे दिया गया।

8 निजी एजेंसी से परीक्षा कराई तो वाट्सएप पर ही आ गया पेपर
करीब तीन से चार साल पहले जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा के लिए सरकार ने एक करोड़ में एक निजी कंपनी को हायर किया तो परीक्षा सही तरीके से कराई जा सके। लेकिन परीक्षा से कुछ घंटे पहले ही पेपर वाट्सएप पर आ गया। करीब साढे नौ सौ पदा पर होने वाली इस भर्ती को रद्द करना पडा।

9 कोचिंग सेंटर्स पर नकल कराने की ट्रेनिंगए टीचर खुद शामिल
2002 से सरकारी भर्ती परीक्षाओं में नकल कराने वाले एक बड़े ठग को एसओजी ने पिछले साल पकडा था। उसने पुलिस को बताया कि वह साल 2002 से नकल करा रहा है। वह सरकारी शिक्षक था और कोचिंग संचालकों से सांठगाठं कर परीक्षा में रुपए देने वाले छात्रों को चुनता था। जगदीश विश्नाई नाम के इए शिक्षक ने पुलिस भर्ती परीक्षा 2007, नर्सिंग भर्ती परीक्षा 2010, द्वितिय शिक्षक भर्ती परीक्षा 2012, राजस्थान रोडवेज कण्डक्टर भर्ती परीक्षा 2012, राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षा 2014, जुनियर अकाउंटेंट भर्ती परीक्षा 2015, पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में नकल कराने के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। सितम्बर 2017 में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद भी इसने अपनी हरकतें जारी रखी और 6 मई 2018 को बीएसटीसी का पेपर होने से पहले वाट्सअप पर आउट करवा दिया।

10 जूतों में छुपा लाया नकल का सामान तो जूते पहनना किया बंद
साल 2014 में आयोज पुलिस भर्ती परीक्षा में जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों मं अभ्यर्थी नकल करने के लिए जूतों के साॅल में नकल की पर्चियां छुपाकर लाए तो उसके बाद होने वाले परीक्षाओं में डे्रस कोड ही लागू करना शुरु कर दिया गया। अब उसके बाद होने वाली परीक्षाओं में छात्र छात्राओं को चप्पल या सैंडिल पहनकर परीक्षा में प्रवेश दिया जाना लगा।



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