वास्तुशास्त्र: इस दिशा में खिड़कियों का होना माना गया है अच्छा, जाने कारण-

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वास्तुशास्त्र और घर की खिड़कियां
वास्तुशास्त्र और घर की खिड़कियां

वास्तुशास्त्र का हमारी ज़िंदगी में बहुत महत्व होता है। अगर हम वास्तुशास्त्र के अनुसार अपन घरों का निर्माण कराएं तो घर में बहुत ही कम परेशानी आएगी। ज्योतिष में वास्तुशास्त्र के बारें में बताया गया है।

घर बनवाते समय कई चीज़ों का ध्यान रखा जाता है, उन्ही में से एक है घर की खिड़कियां। आज हम चर्चा करेंगे कि घर की खिड़कियां किस दिशा में होने से घर में अच्छा होता है। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं।

पूर्व दिशा में घर की खिड़कियां बनाना अच्छा माना गया है। पूर्व दिशा में ही घर की खिड़की होनी चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर या ऑफिस में खिड़कियां स्थापित करने के लिए पूर्व दिशा सभी दिशाओं में से सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। अपने घर या ऑफिस की पूर्व दिशा में एक खिड़की बनाने से सूर्य देव की कृपा बनी रहती है और सबसे पहले रोशनी आपके घर पर आती है।

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साथ ही, इस दिशा में खिड़की बनाने से आपके घर में रहने वाले लोगों का सम्मान बढ़ता है और परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है।

इस दिशा के स्वामी इंद्रदेव हैं। यह पितृ भाव की दिशा मानी गई है। इसे बंद करने या दक्षिण,पश्चिम से अधिक ऊँचा करने से मान-सम्मान को हानि, कर्ज का न उतरना जैसे परेशानियां हो सकती हैं।

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अगर आपके घर का मुख पूर्व दिशा की तरफ है तो मकान पूर्वमुखी होगा। इसे सूर्य का मकान भी कहते हैं। इसके अलावा अधिकतर मकानों में पानी का स्थान गेट में दाखिल होते ही दाएं हाथ पर होना चाहिए।