औरंगज़ेब रोड का नाम बदलने वाले भाजपा नेता को वीरता पुरस्कार मिला

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पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद महेश गिरी को शुक्रवार की शाम वीरता का शिवाजी पुरस्कार दिया गया. पुरस्कार मिलने के तुरंत बाद ही उन्होंने ने कहा कि आज की भाषा में औरंगजेब एक आतंकवादी है.

भाजपा सांसद को दिल्ली के इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस पुरस्कार से पुरस्कार से नवाज़ा गया. संसद महेश गिरी ने राजधानी की औरंगज़ेब रोड का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड रखवा दिया है. इस कार्यक्रम का उद्घाटन और पुरस्कार वितरण उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को करना था लेकिन संसद में बजट सत्र चलने के कारण वह कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए.

औरंगजेब के लिए दिया बयान

वीरता का शिवाजी पुरस्कार मिलने के बाद बीजेपी सांसद महेश गिरी ने कहा कि, ‘हर बार जब मैं औरंगज़ेब रोड को देखता था तो मुझे तकलीफ होती थी. जब औरंगज़ेब का शासन था तब उसने हमारी संस्कृति को बर्बाद करने का काम किया और तमाम बेगुनाहों को मौत के घाट भी उतारा. ऐसे शाषक के नाम पर देश की राजाधानी की सड़क का नाम कैसे पड़ सकता है? मैंने सोचा कि ये तो सरासर गलत है और इसीलिए मैंने इसे बदलने के लिए प्रयास शुरू कर दिये. जब इस सड़क का नाम मैंने बदलवा दिया तब मुझे बहुत धमकियां भी मिलीं.’

Aurangzeb Road -

इस तरह बदल गया नाम

जानकारी के लिए बता दें कि साल 2015 में महेश गिरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की थी कि औरंगज़ेब रोड का नाम बदला जाए और इसे डॉ. अब्दुल कलाम के नाम पर रखा जाए. महेश गिरी ने पीएम और दिल्ली के सीएम को लिखे अपने खत में कहा था कि अब समय आ गया है कि इतिहास में की गई गलतियों को सुधारा जाए. भाजपा सांसद महेश गिरी के पत्र लिखने के एक महीने के बाद 28 अगस्त 2015 को एनडीएमसी ने इस सड़क का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड रख दिया था.