मिसाल: बकरा खरीदने के पैसों को बाढ़ पीड़ितों के नेक काम में लगाया, बताई ये वजह

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देश में 12 अगस्त को बकरीद मनाई जाने वाली है और हजारों बकरे इस दिन कटने वाले हैं। इस बीच त्योहार मनाने की भावना से ऊपर उठकर एक शख्स ने पीड़ितों की मदद की। बिहार के भागलपुर के गोराडीह के रहने वाले मोहम्मद कमरुज्मा ने बाढ़  पीड़ितों की सहायता में लगा दिए।

त्योहार तो आते-जाते रहेंगे, लेकिन इंसानियत पर से अगर एक बार विश्वास उठ जाए तो वह कभी नहीं लौटकर आ सकता। ईद को मनाने में दो दिन से कम का वक्त बचा है। ऐसे में एक मुसलमान ऐसा भी है, जो कुछ अलग सोच के साथ नेक काम कर रहे हैं। बिहार के मोहम्मद कमरुज्मा ने संकल्प लिया है कि वह बकरीद पर इस बार बकरे की कुर्बानी नहीं देंगे। बकरीद पर बकरे खरीदने के लिए रखे गए 60 हजार रूपये उन्होंने बाढ़ से ग्रस्त लोगों की मदद करने में लगा दिए। इस नेक काम की मिसाल हर तरफ दी जा रही है। सोशल मीडिया पर बकरा खरीदने के लिए रखे गए पैसों को बाढ़ पीड़ितों की मदद में लगाने वाला ये व्यक्ति चर्चा में बना हुआ है।

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इस बार ईद पर बकरा खरीदकर कुर्बानी न देने के संकल्प के पीछे कमरूज्मा कहते हैं कि बिहार के कोसी क्षेत्र में आई बाढ़ के बाद मची तबाही उन्हें बकरे पर पैसे खर्च करने से रोक रही है। बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए वह इस साल वाजिब के अलावा मुहतहब के तौर पर करने वाली बकरे की कुर्बानी नहीं देने का फैसला लिया है। वह हर साल कई बकरों की कुर्बानी देते है, लेकिन इस साल उन पैसों से बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं।

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