भारतीय धर्मग्रंथों के अनुसार बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम की चर्चा चार धाम के रूप में की गई है। उत्तराखंड में स्थित बद्रीनाय धाम को लेकर एक ख़ास मान्यता राजनेताओं के प्रसिद्ध है। दरअसल, ऐसी मान्यता है कि भगवान बदरीनाथ अपने गढ़ में राजनीति करने वाले राजनेताओं को ‘श्राप’ देते हैं। यहां रहने वाले स्थानीय लोग कहते हैं कि जो भी नेता धाम में हेलीकॉप्टर लेकर गया, उसे अपनी सत्ता से हाथ धोना पड़ा।
यही वजह है कि नेता या मंत्री यहां कार से ही आते हैं। देशभर में प्रसिद्घ बद्रीनाथ धाम के बारे में यह धारणा सालों से चली आ रही है। ऐसा माना जाता है कि मंदिर के ऊपर हेलीकॉप्टर उड़ने से भगवान बदरीनाथ नाराज़ हो जाते हैं और नेताओं को ‘श्राप’ दे देते हैं। कहा जाता है कि हेलीकॉप्टर लेकर बद्रीनाथ धाम पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, उत्तराखंड के पूर्व सीएम एनडी तिवारी, वीर बहादुर सिंह, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को सत्ता गंवानी पड़ी थी। यूपी के पूर्व राज्यपाल सूरजभान, मोतीलाल बोरा, रोमेश भंडारी और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भी कुर्सी गंवानी पड़ी।
इन राजनीतिक उठापटकों को देखने के बाद यह धारणा प्रचलित हो गई कि हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ धाम आने के बाद उक्त नेताओं की कुर्सी छिन गई। सेना के हेलीकॉप्टर भी मंदिर के ऊपर नहीं उड़ते हैं। इतना ही नहीं, वीआईपी मंदिर से दो किमी. दूर बने हेलीपैड पर ही उतरते हैं।