अलीगढ़ में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में हिंसा कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. अब यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 5 दिनों तक क्लास बहिष्कार करने का फैसला किया है.
लाठीचार्ज के विरोध में छात्रों द्वारा प्रदर्शन
छात्रों ने मांग की है कि कैंपस में जबरन प्रवेश करके जिन्ना की तस्वीर को हटाने का प्रयास करने वाले दक्षिणपंथी हिंदू कार्यकर्ताओं के खिलाफ न्यायिक जांच करवाई जाए. वहीं पुलिस द्वारा छात्रों पर अन्धाधुन लाठीचार्ज को लेकर छात्रों में आक्रोश साफ दिखाई दे रहा है. लाठीचार्ज के विरोध में यूनिवर्सिटी के छात्र सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है. रिपोर्ट के मुताबिक, क्लास बायकॉट करने के बाद से ही सैकड़ों की तादाद में छात्रों ने कैंपस के बाहर इक्ट्ठा होकर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मार्च भी निकाला है. छात्रों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बेरहमी से बर्ताव किया है और बेवजह लाठीचार्ज की है.
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छात्रों ने बीजेपी सांसद सतीश गौतम के खिलाफ किया मोर्चा
बीजेपी सांसद सतीश गौतम को लेकर भी छात्रों ने खुलकर विरोध किया और इनके खिलाफ़ मोर्चा भी निकाला है. छात्रसंघ के सचिव मोहम्मद फहद की मांग है कि सांसद सतीश गौतम के खिलाफ एनएसए ऐक्ट के तहत कार्रवाई की जाए. जिन्होंने जिन्ना की तस्वीर को लेकर पत्र लिखा और उसके बाद विवाद शुरू हुआ.
बहरहाल आईजी ने बताया है कि छात्रों द्वारा कैंपस में हिंसा की संवेदनशीलता को देखते हुए कैंपस में पांच कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएएफ और यूपी पुलिस की फोर्स 24 घंटे निगरानी के लिए तैनात की गई है. सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन के इंचार्ज जावेद खान का कहना है कि पुलिस ने एएमयू के पूर्व नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. जिन लोगों के नाम एफआईआर में दर्ज हैं उनमें से एएमयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन, अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी, उपाध्यक्ष सज्जाद राठेर और सचिव मोहम्मद फहद शामिल हैं।