Ajit Doval: हैदराबाद में ट्रेनी पुलिस अधिकारियों से बोले अजित डोभाल, ‘युद्ध बहुत महंगे हैं और परिणाम भी अनिश्चित हैं’

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Ajit Doval: हैदराबाद में ट्रेनी पुलिस अधिकारियों से बोले अजित डोभाल, ‘युद्ध बहुत महंगे हैं और परिणाम भी अनिश्चित हैं’

हैदराबाद
हैदराबाद में आईपीएस अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने कहा कि भारत एक नए युग की शुरुआत करेगा और दुनिया भर में अपनी कई उपलब्धियों के लिए जाना जाएगा। डोभाल ने यह भी कहा कि युद्ध महंगा है और साथ ही इसके परिणाम के बारे में अनिश्चितता है।

हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में भारतीय पुलिस सेवा के प्रोबैशनरी अधिकारियों के 73वें बैच की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए अजित डोभाल ने कहा कि भारत की संप्रभुता तटीय क्षेत्रों से लेकर सीमावर्ती क्षेत्रों के अंतिम पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र तक जाती है। डोभाल ने कहा, ‘भारत एक नए युग की शुरुआत करेगा। देश स्वतंत्रता के 100वें साल की ओर अग्रसर हो रहा है। यह दुनिया भर के अग्रणी देशों में से एक के रूप में अपनी कई उपलब्धियों के लिए जाना जाएगा।’

अजित डोभाल ने कहा, ‘ युद्ध अब राजनीतिक या सैन्य उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए प्रभावी साधन नहीं रह गए हैं। युद्ध महंगे हैं और वहन करने योग्य नहीं है। साथ ही इसके परिणाम को लेकर भी अनिश्चितता रहती है।’ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के अलावा, पाकिस्तान, चीन, म्यांमार और बांग्लादेश जैसे देशों से लगती भारत की 15,000 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा के प्रबंधन में पुलिस बलों की बड़ी भूमिका है।

पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए डोभाल ने कहा कि भारत के 32 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के हर हिस्से में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस बलों की है। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ वही पुलिसिंग ही नहीं जिसमें आप लोगों को अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया गया है बल्कि इसका भी विस्तार होगा। आप इस देश के सीमा प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार होंगे। पंद्रह हजार किलोमीटर की सीमा, जिसमें से ज्यादातर हिस्से की अपनी ही तरह की समस्याएं हैं।’

हैदराबाद में अजित डोभाल ने कहा कि देश में पुलिस बल की संख्या 21 लाख है और अभी तक 35,480 कर्मियों ने बलिदान दिया है। डोभाल ने किसी घटना विशेष का उल्लेख किए बिना कहा, ‘हम भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के उन 40 अधिकारियों को भी याद करना चाहेंगे जो शहीद हो गए।’ डोभाल ने कहा कि लोकतंत्र का मर्म मतपेटी में नहीं बल्कि कानूनों में निहित होता है जो निर्वाचन प्रक्रिया से चुने गए लोगों की ओर से बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘जहां कानून प्रवर्तक कमजोर, भ्रष्ट और पक्षपातपूर्ण हैं वहां लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर सकते।’

डोभाल ने कहा कि पुलिस को अन्य संस्थानों के साथ मिलकर काम करना होगा जिसके लिए उन्हें देश की सेवा करने के लिहाज से सकारात्मक सोच की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘यदि आंतरिक सुरक्षा विफल होती है तो कोई देश महान नहीं बन सकता। अगर लोग सुरक्षित नहीं हैं तो वे आगे नहीं बढ़ सकते और संभवत: देश भी कभी आगे नहीं बढ़ेगा।’

समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ

हैदराबाद में अजित डोभाल



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