लोकसभा चुनावों की तारीख़ों के ऐलान के बाद, देश में अल्पसंख्यक समुदाय के पर्व को लेकर जारी सियासी बयानबाज़ी के बीच,
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा कि मेरा आकलन है कि रमज़ान के महीने में अधिक मत प्रतिशत सामने आएगा।
सियासी पार्टियों पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि इस पूरे विवाद की कोई ज़रूरत नहीं है। मैं राजनीतिक पार्टियों से अनुरोध करता हूं कि वे किसी भी कारण से अपने स्वार्थ के लिए मुस्लिम समुदाय और रमज़ान का इस्तेमाल न करें। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों की वोटिंग के दौरान मुस्लिमों के मतदान में कोई फ़र्क़ नही पड़ेगा।
7 में से 3 चरण का चुनाव मई में
17वीं लोकसभा के लिए देश में 7 चरणों में चुनाव होंगे। 7 में से 3 चरणों के चुनाव मई के महीने में होंगे जिसमें रमज़ान का महीना भी पड़ रहा है। ऐसे में ये सवाल उठाया जा रहा है कि क्या रमज़ान महीने में रोज़ा रखने के बावजूद, वह वोट करने के लिए आएगा ?