सीएम योगी के फैसले का हुआ विरोध ।

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केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के प्रतीष्ठित मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर भारतीय जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दी है। हालांकि समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा में फैसले का विरोध किया, जिससे सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

ग्रह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय ग्रह राजयमंत्री हंसराज अहीर ने प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने उपाध्याय की विरासत को पुनर्जीवित करने की कोशिश के तहत जून में स्टेशन का नाम बदलें के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी और इसे अंतिम मंजूरी के लिए रेल मंत्रालय के पास भेज दिया था। वर्ष 1968 में उपाध्याय का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मुगलसराय स्टेशन के प्लेटफार्म पर मिला था। शहर चंदौली जिले का हिस्सा है और वाराणसी से 20 किलोमीटर दूर है।

केंद्र सरकार के इस कदम से संसद में हंगामा हुआ और समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल सहित कई सांसदों ने केन्द्रो के फैसले का विरोध किया। अग्रवाल ने नियम 267 के तहत यह मुद्दा उठाते हुए सरकार पर हमला किया। उपसभापति पी.जे. कुरियन ने अग्रवाल के नोटिस को नामंजूर कर दिया और कहा कि इस विषय को लोक महत्व के विषय के तहत उठाया जा सकता है। इस पर सपा के दुसरे सदस्य सरकार के उक्त निर्णय का विरोध करते हुए आसन के समीप आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी।

हिमालय क्षेत्र के पर्यावरण तंत्र पर प्रतिबद्ध
देश के हिमालयी क्षेत्रों विशेषकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर में पर्यावरण तंत्र को सुरक्षित बनाये रखने की आवश्यकता पर सरकार ने कहा कि वह इस क्षेत्र में पर्यावरण को सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है पर्यावरण एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा के निजी विधेयक-‘केंद्रीय हिमालयी राज्य विकास परिषद विधेयक, 2016 पर हुई चर्चाके दौरान यह बात कही।