Adampur by-election: आदमपुर उपचुनाव में पता चलेगा, किसमें कितना है दम? रैली से जोर आजमाइश में जुटी इनेलो

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Adampur by-election: आदमपुर उपचुनाव में पता चलेगा, किसमें कितना है दम? रैली से जोर आजमाइश में जुटी इनेलो

Adampur by-election: आदमपुर उपचुनाव में पता चलेगा, किसमें कितना है दम? रैली से जोर आजमाइश में जुटी इनेलो

हिसार: आईएनएलडी की रैली को लेकर रविवार सुबह से ही हरियाणा के अलग-अलग इलाकों से पार्टी कार्यकर्ता फतेहाबाद पहुंचना शुरू हो गए थे। हरी पगड़ी पहने कार्यकर्ता पार्टी के झंडे लेकर चौटाला के हक में नारे लगाते नजर आ रहे थे। दरअसल, आईएनएलडी सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने रैलियों के जरिये हरियाणा में कई बार अपनी पार्टी को राजनीतिक ताकत दी है। पार्टी में टूट की वजह से इस समय आईएनएलडी सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। ऐसे में चौटाला की इस रैली को पार्टी में नई जान फूंकने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।

आदमपुर सीट पर होना है उपचुनाव
हिसार की आदमपुर विधानसभा सीट पर आने वाले समय में उपचुनाव होने वाले हैं। ऐसे में इस चुनाव के परिणाम पर सबकी नजर रहेगी। तमाम पक्ष इस उपचुनाव को लेकर एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। बीजेपी के साथ सरकार में साझीदार जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि तीसरे मोर्चे के लिए लोकसभा चुनाव का इंतजार क्यों किया जाए? आदमपुर उपचुनाव सिर पर है, इसलिए आईएनएलडी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इसी उपचुनाव में गठबंधन के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ लें। कथित विपक्षी एकता का हश्र का इसी उपचुनाव में पता चल जाएगा।

सोनाली फोगाट ने आदमपुर से लड़ा था चुनाव
भाजपा से मिले टिकट पर टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट ने आदमपुर सीट पर चुनाव लड़ा था। लेकिन इस दौरान वे कुलदीप बिश्नोई से चुनाव हार गई थीं। साल 2019 में चुनाव सोनाली चुनाव हारने के बाद भी यहां पर काफी सक्रिय रही थीं। इसको लेकर सोनाली ने काफी सुर्खियां भी बटोरी थीं। कुलदीप बिश्नोई जिन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है, उन्होंने इस सीट पर 29 हजार 471 से अधिक वोट हासिल किए थे। हालांकि सोनाली की मौत के बाद माना जा रहा है कि इस सीट पर उनकी विरासत को संभालने के लिए उनकी बहन रुकेश पूनिया चुनाव लड़ सकती हैं। वहीं अगर ऐसा हुआ तो कुलदीप विश्नोई की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि आज तक इस सीट पर कोई भी बिश्नोई परिवार को टक्कर नहीं दे पाया है। क्योंकि शुरू से ही यहां पर कुलदीप के पिता और पूर्व सीएम भजनलाल का गढ़ रहा है।

वहीं, ओमप्रकाश चौटाला का कहना है कि पिछली बार जब चौधरी देवीलाल की जयंती मनाई गई थी तो उसके बाद ऐलनाबाद के चुनाव में पार्टी की जीत हुई थी। आदमपुर का चुनाव जब घोषित होंगे, निश्चित रूप से हमारी पार्टी जीत हासिल करेगी। दरअसल, 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले आईएनएलडी को मजबूत पार्टी माना जा रहा था। लेकिन इस बीच चौटाला परिवार के सदस्यों के बीच बिखराव हो गया। 2019 के चुनाव में आईएनएलडी की करारी हार हुई और उनके पोते दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी की 10 सीटें आईं।

दुष्यंत चौटाला की पार्टी, बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार में शामिल हो गई। लेकिन, 21 सीटों से महज एक सीट पर सिमटकर रह गई आईएनएलडी को अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए संघर्षरत रहना पड़ रहा है। ऐसे में आईएनएलडी के लिए यह रैली हरियाणा में शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है।

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