होली का आगाज : प्रेशर गन से युवा तो शॉर्ट गन से बच्चे करेंगे रंगों की बौझार

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होली का आगाज : प्रेशर गन से युवा तो शॉर्ट गन से बच्चे करेंगे रंगों की बौझार

होली का आगाज : प्रेशर गन से युवा तो शॉर्ट गन से बच्चे करेंगे रंगों की बौझार

होली के लिए रंग-गुलाल और पिचकारियों से सज गया बाजार

पिछले साल के मुकाबले 15 फीसद दाम में इजाफा

फोटो

पिचकारी: बिहारशरीफ की गोलापर मंडी में पिचकारी की खरीदारी करते लोग।

बिहारशरीफ। कार्यालय प्रतिनिधि

होली करीब आते ही पर्व का उत्साह भी लोगों में बढ़ने लगा है। रंग-गुलाल और पिचकारियों से सज चुके बाजार में खरीदारी शुरू हो गई है। फिलहाल, ग्रामीण इलाकों के खुदरा कारोबारी थोक मंडियों में आ रहे हैं। आम ग्राहक अभी दुकानों तक नहीं पहुंच रहे हैं। रंग बिरंगी पिचकारियां आकर्षण का केंद्र बनी हैं। दुकानों में बाहुबली, मोटू-पतलू, गन मशीन, टैंक गन, केप पिचकारी, डोरमेन, शार्ट गन, जय भीम आदि पिचकारियां बच्चों को खूब लुभा रही हैं। अगर मास्क की बात की जाए तो डरावनी व अन्य तरह के मुखौटों की मांग खूब हो रही है।

थोक मंडियों में इस बार महंगाई का असर भी दिख रहा है। पिछले साल के मुकाबले रंग-गुलाल और पिचकारियों की कीमतों में 15 फीसद तक की तेजी है। खास यह कि इस बार चाइना की कम, इंडिया मेड पिचकारियां ज्यादा दिख रही हैं। बिहारशरीफ के गोलापर की पिचकारी मंडी में सजी रंग, गुलाल और पिचकारियों की कई वेरायटियां ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं। थोक कारोबारी रोहित कुमार व रंजन कुमार कुमार कहते हैं कि बाजार सज गया है। लेकिन, ग्राहकों के कम आने के कारण अभी रौनक नहीं दिख रही है। ग्रामीण इलाकों के दुकानदार जरूर आ रहे हैं। गिरियक बाजार के दुकानदार श्यामसुन्दर प्रसाद उर्फ अरुण जी कहते हैं कि पिछले 40 साल से दुकानदारी से जुड़े हैं। इस बार बाजार का हाल अबतक ठीक नहीं लग रहा है। उम्मीद है कि होली और करीब आएगी तो बाजार की रौनक बढ़ेगी।

दो करोड़ का कारोबार:

गोलापर में एक दर्जन रंग, गुलाल और पिचकारियों की थोक दुकानें हैं। कारोबारियों की मानें तो एक सीजन में करीब दो करोड़ का कारोबार होता है। यहां की मंडी से नालंदा जिले के विभिन्न प्रखंडों के अलावा पड़ोस के शेखपुरा और नवादा के दुकानदार भी खरीदारी करने आते हैं। शहर की मंडी में यूपी के हथरस से रंग-गुलाल तो दिल्ली और कोलकाता से पिचकारियों की खेप पहुंचती है।

प्राकृतिक गुलाल की मांग बढ़ी:

बाजार में अलग-अगल खुशबू वाले गुलाल की मांग अधिक है। रंग विक्रेताओं की माने तो बाजार में पक्के रंगों की मांग कम होती जा रही है। लोग पक्के रंगों की बजाए हर्बल रंगों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। साथ ही हर्बल कलर को प्राथमिकता दी जाने लगी है। गुलाब, मैजिक रंग और ब्रांड के साथ कई हर्बल रंग बाजार में उपलब्ध हैं। इनमें गुलाब, मोगरा और लैवेंडर (बैगनी रंगों वाला फूल) की खुशबू वाले गुलाल भी है। हालांकि, हर्बल रंग व गुलाल की कीमत ज्यादा है।

पिचकारी की कीमत:

प्रेशर पाइप – 25 से 35 रुपया

प्रेशर गन – 30 से 250 रुपया

बन्दुक – 20 से 250 रुपया

टंकी पिचकारी – 250 से 300 रुपया

पाइप पिचकारी – 10 से 200 रुपया

स्प्रे बोतल – 30 से 45 रुपया

गुलाल गन – 120 से 220 रुपया

गुलाल (हर्बल)- 30 से 40 रुपए पैकेट

रंग – 10 से 50 रुपए पैकेट

मास्क – 20 से 50 रुपए पीस

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