सेक्स चेंज कर राजेश से बनीं सोनिया, अब शादी की तैयारी, समझिए माजरा क्या है?

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सेक्स चेंज कर राजेश से बनीं सोनिया, अब शादी की तैयारी, समझिए माजरा क्या है?

हाइलाइट्स

  • राजेश कुमार अब गोरखपुर में सोनिया पांडे के नाम से नौकरी कर रही हैं
  • सोनिया ने महिला होने के अधिकार की लड़ाई 27 महीने तक लड़ी
  • सेक्स चेंज करने वाले राजेश का नाम रेलवे के पास और मेडिकल कार्ड में भी बतौर महिला दर्ज


गोरखपुर
लिंग परिवर्तन के आधार पर पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल में कार्यरत राजेश कुमार अब गोरखपुर में सोनिया पांडे के नाम से नौकरी कर रही हैं। सोनिया ने महिला होने के अधिकार की लड़ाई 27 महीने तक लड़ी। मुख्य कारखाना प्रबंधक (कार्मिक) ने 4 मार्च 2020 को रेलवे के अभिलेखों में लिंग व नाम परिवर्तन का आदेश जारी कर दिया। सोनिया ने बताया कि अब जल्द ही शादी की योजना है।

राजेश उर्फ सोनिया पांडे के पिता रेलकर्मी थे। उनकी मौत के बाद 2013 में मृतक आश्रित कोटे पर राजेश की नौकरी लग गई। सोनिया के मुताबिक मेरी मर्जी के खिलाफ 2012 में शादी हुई। मेरे अंदर महिलाओं जैसे व्यवहार आने लगे। पहले तो बहुत परेशान हुई लेकिन निर्णय लिया कि सेक्स चेंज कराऊंगी। मैंने पत्नी को समझाया और हम मर्जी से अलग हो गए और सेक्स चेंज करा लिया।

और फिर शुरु हुईं दिक्कतें…
सेक्स चेंज के बाद सोनिया के सामने कई संकट खड़े हो गए। उनका बैंक अकाउंट, आधार कार्ड में राजेश पांडे नाम था। वे बताती हैं, मैं अपना पर्सनल बैंक अकाउंट खोलना चाहती थी। काफी कोशिश के बाद आधार कार्ड में नाम बदल गया है। लेकिन मेरे खाते में राजेश पांडे वाला आधार लिंक है। बैंक में जब आवेदन किया तो कैंसल कर दिया गया। बताया गया कि एक ही फिंगर प्रिंट से दो नाम शो कर रहा है।

नारी चेहरा और पुरुष पहचानपत्र से दिक्कत
सेक्स चेंज की वजह बताते हुए राजेश उर्फ सोनिया ने बताया कि यात्रा के दौरान पुरुष पहचानपत्र और स्त्री का चेहरा होने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अन्य जगहों पर भी पहचान को लेकर वे परेशानी में पड़ जाते थे। यही वजह है कि सर्विस रिकॉर्ड में नाम बदलने के लिए उन्होंने आवेदन किया था।

राजेश के बाद अब सोनिया

क्या है जेंडर डिस्फोरिया?
मेरठ के न्यूरो साइकेटिस्ट डॉ. सम्यक जैन ने बताया कि जेंडर डायसोफोरिया का मतलब है एक लड़का, लड़की की तरह और एक लड़की, लड़के की तरह जीना चाहती है। मतलब वे अपोजिट सेक्स में खुद को ज्यादा सहज पाते हैं। कई पुरुषों में बचपन से ही महिलाओं जैसी और कई महिलाओं में पुरुषों जैसी आदतें होती हैं।

यह लक्षण 10-12 साल से दिखना शुरू हो जाते हैं। जैसे कोई पुरुष है तो वह महिलाओं जैसे कपड़े पहनना पसंद करने लगेगा, महिलाओं की तरह चलने की कोशिश करेगा, उन्हीं की तरह इशारे करेगा। ऐसा ही महिलाओं के साथ होता है, जिसमें वे पुरुष की तरह जीना चाहती हैं। ऐसी स्थिति में इन लोगों को सेक्स चेंज करना होता है।



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