सरकारी नौकरी का फर्जी विज्ञापन निकाल डॉलर कमा रहा फ्रॉड गिरोह, बिहार से दो गिरफ्तार; ऐसे हुआ खुलासा

28
सरकारी नौकरी का फर्जी विज्ञापन निकाल डॉलर कमा रहा फ्रॉड गिरोह, बिहार से दो गिरफ्तार;  ऐसे हुआ खुलासा

सरकारी नौकरी का फर्जी विज्ञापन निकाल डॉलर कमा रहा फ्रॉड गिरोह, बिहार से दो गिरफ्तार; ऐसे हुआ खुलासा


ऐप पर पढ़ें

बिहार में सरकारी नौकरी का फर्जी विज्ञापन निकाल कर डॉलर में कमाई करने वाले फ्रॉड गिरोह का खुलासा हुआ है। गया में इसके दो शातिरों को गिरप्तार किया गया है। फर्जी वेबसाइट से आरपीएफ की फर्जी भर्ती का विज्ञापन प्रकाशित करने  वे पकड़े गए। दोनों से पूछताछ की जा रही है।  व्यूअर की संख्या बढ़ाकर यह गिरोह अमेरिकन डॉलर में पैसे कमाता है। 

रेलवे बोर्ड के निर्देश पर गया आरपीएफ, सीआईबी संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है।  IT Cell RPF, Jabalpur WCR के द्वारा गया के आरपीएफ पोस्ट को एक सूचना प्राप्त मिली  कि जिसमें फर्जी बेवसाइट से आरपीएफ की फर्जी भर्ती का विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। साथ ही व्हाट्सएप ग्रुप Govt. Job centre तथा टेलीग्राम चैनल educationkiduniya1 जिसमें RPF Constable New Bharti – 2023 की कुल 19,800 भर्ती का फर्जी विज्ञापन प्रकाशित किया गया ।  

इस विज्ञापन सूचना की सत्यता की जांच के लिए आईटी सेल जबलपुर द्वारा उपलब्ध कराया गया मोबाइल नंबर को जिला पुलिस प्रशासन साइबर सेल से टावर लोकेशन प्राप्त किया गया। टावर लोकेशन एसडीआर में दिए गए पते पर केंद्रित पाया गया। उसके बाद संयुक्त टीम ने कार्रवाई की।

बिहारः अवैध बालू कारोबार पर कंट्रोल होगा? सरकार ने बदले खनन के नियम, 25 जिलों में नीलामी की तैयारी

पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त सह आरपीएफ आईजी एससी पाठी ने बताया कि ग्राम तिलोरा के एक घर मे छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान घर के एक कमरे में दो युवक मोबाइल व लैपटॉप पर काम करते मिले। दोनों ने अपना नाम कुंदन कुमार पिता रविन्द्र व सोनू पिता उपेन्द्र प्रसाद ग्राम तिलोरा पोस्ट तुंगी थाना वजीरगंज जिला गया बताया। दोनों युवको के कब्जे से बरामद मोबाइल और लैपटॉप को चेक करने पर दोनों युवकों द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप, टेलीग्राम और वेबसाइट के माध्यम से आरपीएफ कांस्टेबल न्यू भर्ती 2023 का फर्जी विज्ञापन पोस्ट किया हुआ पाया गया।

default -Bihar News:  केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे दुर्घटना में बाल-बाल बचे, कारकेड में शामिल थाना की गाड़ी पलटी; चार घायल

टेलीग्राम एप को चेक करने पर चैनल एजुकेशन की दुनिया का प्रोमोटर तथा एडमिन पाया गया। इस संबंध में पूछने पर उन दोनों ने छापेमार टीम को बताया कि इस वेबसाइट के माध्यम से अपने व्यूअर को बढ़ाकर अमेरिकी डॉलर में पैसे कमाते हैं। इस तरह के फर्जी विज्ञापन से व्यूअर ज्यादा देर तक वेबसाइट पर रुकते हैं, जिससे हमें अधिक डॉलर में पैसे मिलता हैं।

यह काम हम लोग वर्ष 2019 से कर रहे हैं। दोनों युवकों को भर्ती विज्ञापन की सत्यता की जांच किए बिना सदोष लाभ के लिए भर्ती विज्ञापन प्रकाशित किए जाने का अपराध बताते हुए आईटी अधिनियम का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार कर स्थानीय थाना वजीरगंज गया को अग्रिम कार्रवाई के लिए सुपुर्द किया गया। वजीरगंज थाना में आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया है।

 

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News