मिलावट खोरों की खैर नहीं: खुलेगी प्रयोगशाला, जल्दी होगा बड़ा भंडाफोड़

313

मिलावट खोरों की खैर नहीं: खुलेगी प्रयोगशाला, जल्दी होगा बड़ा भंडाफोड़

शहर में खाद्य पदार्थों और दवाओं की गुणवत्ता परीक्षण की मिलेगी सुविधा, अगले साल होने लगेगी जांच

 

जबलपुर। शहर में मिलावटखोरों पर शिकंजा कसेगा। जल्द ही खाद्य पदार्थ में मिलावट के साथ ही दवाइयों के अमानक होने का पता झटपट चल जाएगा। डुमना रोड पर बन रही खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला आकार लेने लगी है। प्रदेश में पहली बार सम्भागीय स्तर पर खोली जाने वाली इस प्रयोगशला का भवन एक साल के अंदर ही बनकर तैयार होने वाला है। निर्माणाधीन भवन में अब फिनिशिंग का काम आखिरी चरण में है। इसके बाद फर्नीचर और परीक्षण के लिए जरूरी उपकरण लगने हैं। ये सब काम इस साल के आखिरी तक पूरा करने की योजना है। सब कुछ समय पर रहा तो अगले वर्ष प्रयोगशाला शुरूहो जाएगी। खाद्य पदार्थों और दवाइयों की गुणवत्ता परीक्षण की इस नई सुविधा से मिलावटखोरों पर कार्रवाई में तेजी आएगी।

एक फ्लोर में फूड, दूसरे फ्लोर में ड्रग
खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में एक-एक फ्लोर फूड और ड्रग के लिए प्रस्तावित है। परीक्षण स्थल में भी एक दोनों के लिए पृथक-पृथक हिस्सा रहेगा। इस प्रयोगशाला में मिलावटी खाद्य सामग्री, अमानक खाद्य सामग्री एवं दवाइयों की गुणवत्ता जांचने की सुविधा होगी। सब्जियों में कीट और खरपतवार की उपस्थिति के साथ ही अनाज में खतरनाक रसायन की मात्रा की भी जांच भी सम्भव होगी। इसके लिए दो परीक्षण की दो अलग-अलग यूनिट बनाने की योजना है। भवन निर्माण पूरा होते ही परीक्षण के लिए आवश्यक उपकरणों की स्थापना का कार्य होगा।

महाकोशल और विंध्य, दोनों को लाभ
प्रदेश में अभी सिर्फ भोपाल में सरकारी खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला है। प्रदेश भर से नमूने जांच के लिए भेजे जाने के कारण रिपोर्ट आने में महीनों लगते है। सम्भागीय स्तर पर शहर में प्रयोगशाला खुलने से खाद्य पदार्थ एवं दवाओं की गुणवत्ता की जांच जल्दी होने लगेगी।
स्थानीय स्तर पर ही जांच की सुविधा होने से मिलावटखोरों को नोटिस सहित आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया तेजी से निपट सकेगी। मिलावट का जल्दी पता चलने पर उस सामग्री को नष्ट करके दूसरे लोगों तक पहुंचने से रोकने में मदद मिलेगी। शहर के साथ ही महाकोशल और विंध्य क्षेत्र को भी प्रयोगशाला का लाभ मिलेगा। बाजार में बेहतर गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री की बिक्री सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

यह योजना है
2019 में खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के लिए शिलान्यास।
2020 में भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया है।
2021 में यह प्रयोगशाला भवन बनकर तैयार हो जाएगा।
2020 में प्रयोगशाला भवन में परीक्षण कार्य शुरूहोगा।

यह है विशेषता
3.5 एकड़ जमीन प्रयोगशाला के लिए।
3.5 करोड़ रुपए भवन की लागत है।
02 तल होंगे, इन प्रयोगशाला भवन में।
02 मुख्य लैब 2 अन्य टेस्ंिटग यूनिट।
2.5 हजार नमूने प्रति वर्ष जांच सकेंगे।











उमध्यप्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News