भाजपा नेता की गोली से घायल युवती की मौत

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भाजपा नेता की गोली से घायल युवती की मौत

भाजपा नेता की गोली से घायल युवती की मौत

जबलपुरः मध्य प्रदेश के जबलपुर में भाजपा नेता प्रियांश विश्वकर्मा की रिवॉल्वर से घायल वेदिका ठाकुर नामक युवती की सोमवार को मौत हो गई। उसकी मौत के बाद उसके परिवार में दुःख का माहौल है। वेदिका अपने माता पिता की इकलौती संतान थी। वह एमबीए की पढ़ाई कर रही थी। वेदिका की मौत से उसके माता पिता का रो-रो कर बुरा हाल है।

16 जून को वेदिका अपनी सहेली के साथ मोबाइल बेचने के लिए निकली थी। परिजनों का कहना है कि वो अपनी सहेली पायल के साथ कैसे धन्वतरी नगर में स्थित भाजपा नेता प्रियांशु विश्वकर्मा के आफिस पहुंच गई, उन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं है। परिजनों का ये भी कहना है कि घटना वाले दिन आरोपी प्रियांश का कॉल आया था। उसने कहा कि वेदिका का स्वास्थ्य ख़राब है और वह उसे अस्पताल लेकर जा रहा है। अस्पताल पहुंचने पर उन्हें पता चला कि वेदिका को पीठ में गोली लगी है। इस घटना के बाद से प्रियांश विश्वकर्मा अपनी रिवॉल्वर लेकर फरार हो गया था।

घटना के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की थी, लेकिन आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी। वेदिका के परिजनों का कहना था कि पुलिस मामले को रफा दफा करने में लगी थी। परिजनों के दबाव के बाद पुलिस ने प्रियांशु के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया और उसकी तलाश में नरसिंहपुर पहुंची थी। नरसिंहपुर में प्रियांश तो नहीं मिला, लेकिन उसकी स्कॉर्पियो कार मिली। कार के बोनट पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था।

भाजपा के विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि प्रियांश विश्वकर्मा नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह के दिवंगत बेटे मणिनागेन्द्र सिंह उर्फ़ मोनू पटेल का जिगरी दोस्त था। प्रियांशु मोनू पटेल के कारोबार में पार्टनर भी था। घटना के बाद भाजपा के बड़े नेता और पदाधिकारियों ने प्रियांश विश्वकर्मा से पल्ला झाड़ लिया। पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा कि प्रियांश से भाजपा का दूर दूर तक नाता नहीं है। वो पार्टी में किसी पद पर नहीं था। हालांकि, प्रियांश ने सोशल मीडिया पर भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें अपलोड की हुई हैं।

प्रियांशु ने 19 जून को संजीवनी नगर थाने में सरेंडर किया था। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया था। एक दिन की रिमांड पूरी होने के बाद पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया था।

उसकी रिवॉल्वर की गोली से घायल वेदिका ठाकुर की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही थी। परिजनों ने बताया कि डॉक्टर कह रहे थे की गोली वेदिका की पीठ को चीरती हुए नीचे लंग्स के पास पहुंच गई है। गोली के कारण वेदिका के शरीर के कुछ ऑर्गन ख़राब हो गए थे। डॉक्टरों ने वेदिका की बिगड़ती हालत को देखते हुए गोली निकालने का निर्णय लिया। 25 जून को वेदिका का ऑपरेशन किया गया, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और 26 जून को उसकी मौत हो गई।

वेदिका की सहेली पायल जिसके साथ वो प्रियांश विश्वकर्मा के ऑफिस गई थी, वो भी घटना के बाद से लापता है। घटना के बाद से पायल का लापता होना कई सवालों को जन्म दे रहा है। पायल ही एक चश्मदीद गवाह है जो की घटना वाले दिन मौके पर मौजूद थी। पुलिस अभी तक पायल का भी कोई सुराग नहीं लगा पायी है। पायल के मिलने के बाद ही घटना की सच्चाई सामने आ पायेगी। बहरहाल, वेदिका ने मौत के पहले जो बयान दिया था, उसमें उसने साफ़ कहा था कि प्रियांश विश्वकर्मा ने ही उस पर गोली चलाई थी। गोली क्यों और किसलिए चलायी, ये अभी भी रहस्य बना हुआ है।

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